Move to Jagran APP

लॉकडाउन में 55 बसों का बीमा हुआ खत्म, हर माह करीब पौने तीन लाख रुपये बचा रहा रोडवेज विभाग

जागरण संवाददाता फतेहाबाद लॉकडाउन में आई मंदी में हर कोई बचत करना चाहता है। प्र

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 07:24 PM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 07:24 PM (IST)
लॉकडाउन में 55 बसों का बीमा हुआ खत्म,  हर माह करीब पौने तीन लाख रुपये बचा रहा रोडवेज विभाग
लॉकडाउन में 55 बसों का बीमा हुआ खत्म, हर माह करीब पौने तीन लाख रुपये बचा रहा रोडवेज विभाग

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

loksabha election banner

लॉकडाउन में आई मंदी में हर कोई बचत करना चाहता है। प्रदेश सरकार के रोडवेज महकमे के अधिकारी भी अब इसमें शामिल हो गए। लॉकडाउन में होने के चलते रोडवेज की आर्थिक हालत खराब हो गई। अब इसके कुछ सुधार करने के लिए फतेहाबाद डिपो की 55 के करीब बसों की पासिग नहीं करवाई जा रही। इसकी वजह है कि इन बसों का बीमा खत्म हो गया। अधिकारी बीमे के रुपये बचाने के लिए बसों की पासिग नहीं करवा रहे। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना कॉल में यात्री कम सफर कर रहे हैं। ऐसे में अब महज 50 से 70 बसें ही चल रही हैं। ऐसे में आधे से अधिक बसें डिपो के प्रांगण में ही खड़ी रहती है। जब बसें चलने लगेंगी, तब बसों का बीमा करवाया जाएगा। बिना बसों के रूटों पर चलाएं बीमे के रुपये क्यों भरे जाएं। पासिग के रुपये तो परिवहन विभाग के पास ही जाने है, लेकिन बीमा के रुपये रोडवेज विभाग को निजी कंपनी को देने पड़ते हैं।

---------------- 50 से 70 हजार रुपये खर्च होते एक बस के बीमा पर रोडवेज विभाग फतेहाबाद डिपो की 55 बसों का बीमा न करवाकर प्रति माह करीब पौने तीन लाख रुपये की बचत कर रहे है। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रदेश में बसों का बीमा होता है। एक बस का औसतन बीमा 50 से 70 हजार रुपये वार्षिक तक होता हैं। जब रोड पर रोडवेज की बस नहीं चलनी ऐसे में बसों का बीमा नहीं करवाया जा रहा।

-----------------

इधर, ऑनलाइन ट्रांसफर से 45 चालक तो 20 परिचालक मिले :

रोडवेज विभाग में चालक व परिचालकों की ऑनलाइन ट्रांसफर हुई। जिसके तहत फतेहाबाद डिपो को 20 परिचालक व 45 चालक मिले। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। बृहस्पतिवार तक पूरी लिस्ट सामने आएगी। वैसे फतेहाबाद डिपों को 60 चालक व 60 ही परिचालकों की जरूरत हैं। ऑनलाइन ट्रांसफर नीति के तहत फतेहाबाद में सोनीपत, गुरुग्राम व फरीदाबाद से बड़ी संख्या में कर्मचारी आए हैं।

-------------------- ऑनलाइन ट्रांसफर पोलिसी बेहतरीन है। इससे कर्मचारियों को मनमर्जी के अनुसार स्टेशन मिल रहे है। फतेहाबाद डिपो में कुछ चालक व परिचालक आए है। लेकिन इसके बारे में बृहस्पतिवार तक तय होगा कि कितने कर्मचारी आए हैं व कितने गए। वहीं रोडवेज बसों का बीमा निदेशालय स्तर पर होता है। इस बारे में मुझे जानकारी नहीं।

- मुकेश शर्मा, ट्रैफिक मैनेजर।

-----------------------

फतेहाबाद जिले में रोडवेज बस : 159

फतेहाबाद जिले में परिचालक : 249

फतेहाबाद जिले में चालक : 242


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.