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पेड़ बनने से पहले ही झुलस जाते हैं वन विभाग के 50 फीसद पौधे

जागरण संवाददाता फतेहाबाद करीब तीन साल पहले वन विभाग जिले में पौधे लगाने के लिए 10 लाख पौध

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 08:26 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 08:26 AM (IST)
पेड़ बनने से पहले ही झुलस जाते हैं वन विभाग के 50 फीसद पौधे
पेड़ बनने से पहले ही झुलस जाते हैं वन विभाग के 50 फीसद पौधे

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : करीब तीन साल पहले वन विभाग जिले में पौधे लगाने के लिए 10 लाख पौधे तैयार करता था। लेकिन अब सरकारी नर्सरियों में तैयार करने वाले पौधों की संख्या कम कर दी है। सरकार ने दावा किया था कि कम पौधे बेशक लगाए जाएंगे। लेकिन जो पौधे लगाए जाएंगे वे पेड़ बनें। इसके लिए नर्सरियों में तैयार होने वाले पौधों की संख्या कम कर दी। फिर भी पानी व उचित देखभाल न होने से पौधे पेड़ नहीं बन पाते। इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलना तो दूर हालत बद से बदतर हो गए। इससे अब सरकारी नर्सरी से आमजन को पौधे मिलने बंद हो गए। जो पहले भी इतने ही पौधे पेड़ बन पाते थे अब भी उतने ही। इसकी वजह है कि पहले 10 लाख पौधे लगाए जाते थे, उसमें से 20 से 30 फीसद पौधे पेड़ बनते थे। अब पांच से छह लाख पौधे लगाए जाते हैं। उसमें भी इतने पौधे पेड़ बन रहे हैं। लेकिन अब उसे 50 फीसद का नाम दे दिया। लेकिन वन विभाग के अधिकारी आंकड़ों में खेल कर सरकार के सामने वाहवाही लूट ही नहीं रहे, बल्कि कई बड़े अधिकारी तो प्रमोशन तक ले गए। परंतु इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा नहीं मिला।

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हमारे यहां कम वन क्षेत्र, हो विशेष प्रयास

हरियाणा प्रदेश में छह फीसद वन क्षेत्र हैं, जबकि जिला फतेहाबाद में मात्र तीन फीसद ही वन क्षेत्र है। ऐसे में सरकार को विशेष प्रयास करने चाहिए। लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं। जबकि वन क्षेत्र से पिछड़े जिले में विशेष प्रयास होने चाहिए। अन्यथा भविष्य में ज्यादा परेशानी आएगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पोर्टल पर तो फतेहाबाद का प्रदूषण अन्य जिलों के मुकाबले अधिक रहता है। ------------------------

अब वन विभाग के पास जगह नहीं

वन विभाग के पास पौधे लगाने के लिए जगह ही नहीं है। तीन वर्ष पहले हाईवे के साथ में पौधे लगाए थे। उसमें हाईवे प्राधिकरण ने बाड़बंदी के लिए रुपये दिए थे तो पौधे पेड़ बन गए। हालांकि कई पंचायतें हैं जो वन विभाग को पंचायत की जगह देना चाहती हैं, ताकि उनकी जमीन पर पौधे लगाए जाएं, लेकिन वन विभाग के पास बाड़बंदी के लिए रुपये तक नहीं। वहीं पौधगिरी अभियान स्कूलों की मार्फत चलाया जाता है, लेकिन पिछले दो वर्षों में इस अभियान के तहत करीब दो लाख से अधिक पौधे लगाए गए, लेकिन 10 फीसद पौधे ही पेड़ नहीं बन पाए।

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ये लगाए जाते हैं पौधे

जिले में वन विभाग छायादार पौधो में अर्जुन, शीशम, नीम, बर्मी डेक सहित अनेक पौधे लगाता है। वहीं कई जगह बेर, आंवला, अमरूद जैसे पौधे भी लगाए जाते हैं। इसके लिए जिले में वन विभाग की 9 नर्सरी बनी हुई हैं। इसमें साढ़े पांच लाख पौधे तैयार किए गए।

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वर्जग्न्::::::::::::::

वन विभाग पूरी वर्ष पौधों की देखभाल करता है। लगातार लाखों की संख्या में पौधे लगते है। उनमें पानी के साथ सर्दियों में बचाव की भी उचित व्यवस्था की जाती है। तभी पेड़ बन पाते है।

- राजेश माथुर, डीएफओ।

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पिछले तीन वर्षों में लगाए गए पौधे

वर्ष पौधे लगाने का लक्ष्य लगाए गए पौधे पेड़ बने

2018-19 10 लाख 9 लाख 90 हजार 3 लाख

2019-20 6 लाख 6 लाख ----

2020-21 5 लाख 50 हजार 40 हजार अब तक लगाए ----


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