32 हजार 930 को जारी हुआ उज्ज्वला योजना का कनेक्शन, धुएं से मिली मुक्ति
विनोद कुमार फतेहाबाद प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिले में 32 हजार 930 लोगों को गैस
विनोद कुमार, फतेहाबाद:
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिले में 32 हजार 930 लोगों को गैस कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। जनवरी माह तक तक इस योजना का लाभ केवल 7 वर्गो में आने वाले लोगों को ही मिल पा रहा था। जिसमें एससी-एसटी, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी (ग्रामीण), अंत्योदय अन्न योजना, वनवासी, अति पिछड़ा वर्ग, चाय व पूर्व चाय बागान जनजाति, द्वीप व नदी द्वीपों में रहने वाले शामिल थे।
जनवरी माह के अंतिम दिनों में इसमें संशोधन कर दिया गया। अब किसी भी श्रेणी का गरीब परिवार इसका लाभ ले सकता है। यह कनेक्शन केवल महिला को ही मिल रहा है। इसका असर ही देखने को मिला कि जिले में 32 हजार से अधिक उज्ज्वला योजना के तहत कनेक्शन जारी किए गए। प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार जिले में 800 परिवार ऐसे भी है जिनके यहां गैस कनेक्शन नहीं है। इन लोगों को भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस योजना का सबसे अधिक फायदा महिलाओं को हुआ है। पहले चूल्हे पर ही काम करना पड़ता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। धुंए से निजात मिलने के साथ ही अनेक बीमारियों से भी मुक्ति मिल गई है।
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कभी नहीं सोचा था कि मेरे घर भी सिलेंडर होगा : राजबाला
गांव धांगड़ की राजबाला। करीब सात साल पहले पति का देहांत हो गया। दो छोटे बच्चे थे। घर में कोई कमाने वाला नहीं था। ऐसे में सुबह दिहाड़ी करती और आते समय लकड़ियां इकट्ठी कर लाती। लकड़ियां इसलिए लाती ताकि शाम के समय खाना बना सके। काम से लौटने के बाद शरीर भी थक जाता था। रोटी बनाने के दौरान धुएं से आंखें कमजोर होने के साथ ही सांस की बीमारी भी हो गई। राजबाला को सूचना मिली कि महिलाओं को गैस कनेक्शन मिल रहा है। उसने फतेहाबाद की गैस एजेंसी से संपर्क किया। गैस एजेंसी मालिक ने उसका राशन कार्ड मंगवाया और गैस कनेक्शन जारी कर दिया। महिला को 1500 रुपये में गैस कनेक्शन जारी कर दिया गया। इसके अलावा दो किश्त भी बना दी ताकि आर्थिक संकट न पड़े। अब राजबाला के घर सिलेंडर है। सुबह बच्चों के लिए खाना बनाती। अब उसे सांस की बीमारी भी कम हो गई है। शाम को घर लौटने के बाद खाना भी जल्दी बन रहा है। राजबाला का कहना है कि यह योजना वास्तव में अच्छी है। उसने कभी नहीं सोचा था कि उसके घर भी सिलेंडर होगा।
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उज्ज्वला योजना के तहत ये हैं शर्ते
जब योजना लॉन्च हुई तो गरीब महिलाओं के लिए थी। लेकिन जनवरी माह में इसमें संशोधन कर दिया गया। अब कोई भी महिला इसका लाभ ले सकती है। इसके लिए उसका राशन कार्ड होना चाहिए। वहीं इस राशन कार्ड पर किसी का भी गैस कनेक्शन जारी नहीं होना चाहिए। महिला की दो फोटो के साथ ही उसे उज्ज्वला गैस कनेक्शन जारी हो जाता है। अगर महिला रुपये नहीं भर सकती तो डिलीवरी मैन के खाते में सिलेंडर दिया जा रहा है। जब महिला सिलेंडर भरवाती है तो उसे सब्सिडी नहीं मिलती और उसके रुपये से ही गैस कनेक्शन के रुपये काटे जा रहे हैं।
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इन कंपनी ने ये जारी किए कनेक्शन
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने 11 हजार 671, भारत पेट्रोलियम ने 19 हजार 160 व हिदुस्तान पेट्रोलियम ने 2099 कनेक्शन जारी किए हैं। एक अप्रैल 2016 तक जिले में गैस कनेक्शन लोगों की आंकड़ा 76.78 प्रतिशत था जोकि मौजूदा समय में 110.88 प्रतिशत हो गया है। इस योजना से महिलाओं को काफी लाभ हुआ है। खाना बनाने के लिए लकड़ी एकत्र करने व उसे जलाने में व्यर्थ होने वाला समय बचने लगा है।
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जिले में उज्ज्वला योजना के तहत 32 हजार 930 गैस कनेक्शन जारी किए गए है। जिले में ऐसे 800 परिवार ऐसे भी है जिनके यहां गैस कनेक्शन नहीं है। सभी एजेंसी को आदेश दे दिए है कि वे इन परिवारों को जोड़े। आचार संहिता लगने के कारण अब यह कनेक्शन बंद कर दिया गया है। बाद में इसे शुरू कर दिया जाएगा।
-मुकुल जैन, जिला नोडल अधिकारी उज्ज्वला योजना।