जिले में 1841 टीबी के मरीज, बचाव जरूरी : डा. हनुमान
संवाद सूत्र रतिया जिला क्षयरोग अधिकारी की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतिया में राष्
संवाद सूत्र, रतिया : जिला क्षयरोग अधिकारी की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतिया में राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उपस्थित लोगों को एक नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया गया। इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डा. हनुमान सिंह ने बताया कि भारत सरकार द्वारा देश से टीबी को जड़ से समाप्त करने का लक्ष्य है और सरकार इस लक्ष्य को 2025 तक प्राप्त करना चाहती हैं। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आम जनता को टीबी की बीमारी के लक्षण व इलाज के बारे में जागरूक करना स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य है।
इस दौरान कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रांगण में उपस्थित सदस्यों को टीबी के लक्षण, बचाव व उपचार के बारे के विस्तार से बताया तथा टीबी की सूचना देने वाले व इलाज लेने वालों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के बारे में भी बताया गया। उप सिविल सर्जन ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को 2 सप्ताह से अधिक खांसी होना, बलगम या बलगम के साथ खून आना, शाम को लगातार बुखार होना, वजन कम होना, भूख कम लगना इत्यादि में से कोई लक्षण हो तो तुरन्त डाक्टर से परामर्श लेकर टीबी की जांच करवाना चाहिए। जिला फतेहाबाद में 1 जनवरी 2020 से अब तक कुल 1841 मरीज टीबी का इलाज ले रहे हैं और हरियाणा राज्य द्वारा सितंबर माह में किए गए आंकलन के अनुसार जिला फतेहाबाद प्रथम स्थान पर है। इस अवसर पर नागरिक अस्पताल के इंचार्ज डा. भरत सिंह, मेडिकल अधिकारी डा. दीप सिंह, डा. शिवम कुमार, डा. करिश्मा नागपाल, डा. जसविन्द्र सिंह, जिला संयोजक कपिल कुमार व सुशील कुमार, विनोद कुमार, टीबी निरीक्षक उर्मिला, धीरज शर्मा,स्वास्थ्य केन्द्र के कर्मचारी व ओपीडी के मरीज उपस्थित रहे।