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डिफाल्टर शराब ठेकेदारों पर 12 करोड़ 61 लाख रुपये बकाया

जागरण संवाददाता फतेहाबाद शराब ठेकेदारों पर दशकों से 12 करोड़ 61 लाख रुपये की

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 10:56 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 10:56 PM (IST)
डिफाल्टर शराब ठेकेदारों पर 12 करोड़ 61 लाख रुपये बकाया
डिफाल्टर शराब ठेकेदारों पर 12 करोड़ 61 लाख रुपये बकाया

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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शराब ठेकेदारों पर दशकों से 12 करोड़ 61 लाख रुपये की फीस बकाया हैं, लेकिन इनकी वसूली के लिए अभी तक प्रयास नहीं किए गए। करीब 10 करोड़ रुपये तो वर्ष 2000 से पहले से ठेका लेने वाले ठेकेदारों पर बकाया है। ये रुपये शराब ठेकेदारों की फीस के साथ उन पर लगाए गए ब्याज व जुर्माने सहित है। अब विभाग के अधिकारियों ने संबंधित ठेकेदारों से रुपये की वसूली के लिए प्रयास शुरू किए है। इसके लिए विभाग के अधिकारियों ने संबंधित ठेकेदारों की प्रॉपर्टी अटैच करने के लिए भी जिला राजस्व विभाग के कर्मचारियों का सहयोग लिया जा रहा है। कराधान विभाग के अभी तक आए अधिकारी पुरानी वसूली पर ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते ये परेशानी आई। 42 फर्मों में से चार फर्म तो ऐसी है जिन पर 9 करोड़ 47 लाख रुपये बकाया है।

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वन टाइम सेटलमेंट स्कीम भी ला सकती है सरकार :

प्रदेश सरकार शराब ठेकेदारों से बकाया रुपये की वसूली के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम ला सकती है। इससे उन ठेकेदारों को ब्याज में छूट दे सकती है। उसके बाद भी न भरने वालों की प्रॉपर्टी अटैच करते हुए नीलामी करवाई जा सकती है। हालांकि कुछ ठेकेदारों ने रुपये भरने शुरू कर दिए है। लेकिन बड़े बकायादारा अभी भी रुपये भरने के लिए तैयार नहीं है।

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इन पर बकाया है सबसे अधिक

आबकारी विभाग के अनुसार वर्ष 1999-2000 में ठेका लेने वाले राममेहर पर 4 करोड़ 13 लाख रुपये, सुरेश कुमार पर 4 करोड़ 70 लाख रुपये, भालेराम पर 67 लाख रुपये बकाया है। वर्ष 1998-99 में शराब का ठेका लेने वाले कृष्ण कुमार पर 76 लाख रुपये बकाया है। इसके अलावा करीब 38 फर्मों पर सवा तीन करोड़ रुपये बकाया हैं।

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जिले की 42 फर्मों पर 12 करोड़ 61 लाख रुपये बकाया हैं। इसके बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया था। ये रुपये लाइसेंस फीस के अलावा, ब्याज व जुर्माना के बकाया है। इन रुपयों की अदायगी के लिए प्रयास किए जा रहे है।

- डा. वीके शास्त्री, उपायुक्त, कराधान एवं आबकारी विभाग।


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