लॉटरी घोटाले में दो निदेशक गिरफ्तार
फरीदाबाद में लॉटरी कंपनी बनाकर हुए 22 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में पुलिस आर्थिक अपराध शाखा ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम विशाल बेनिवाल और तरुण चौहान हैं। दोनों हेलो डिस्ट्रीब्यूशन लॉटरी कंपनी में निदेशक थे। इस मामले में अभी कई आरोपितों की गिरफ्तारी बकाया है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : लॉटरी कंपनी बनाकर हुए 22 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में पुलिस आर्थिक अपराध शाखा ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम विशाल बेनिवाल और तरुण चौहान हैं। दोनों हेलो डिस्ट्रीब्यूशन लॉटरी कंपनी में निदेशक थे। इस मामले में अभी कई आरोपितों की गिरफ्तारी बकाया है। आरोपितों को पुलिस ने अदालत में पेश कर पांच दिन की रिमांड पर लिया है। ये करीब दो साल से फरार चल रहे थे। अदालत ने इन्हें भगोड़ा घोषित किया हुआ था। अब आर्थिक अपराध शाखा में तैनात एएसआइ राजेश ने इन्हें पकड़ा।
बता दें कि कोतवाली थाने में 12 दिसंबर 2017 को दर्ज मामले के अनुसार गांव जाजरू के शेखर, कौराली के दीपक, सुनपेड़ के विजय और लहडौली के राजेंद्र मामले ने बताया कि गांव जटौली पलवल निवासी भीष्म चौहान, न्यू कॉलोनी पलवल निवासी विशाल बेनिवाल और खड़क सिंह, ओमैक्स हाइट्स पलवल निवासी तरुण चौहान और गांव मोहना बल्लभगढ़ के सुरेंद्र अत्री ने हैलो डिस्ट्रिब्यूशन प्रा.लि.नाम से एक कंपनी बनाई थी। इनाम का लालच देकर करीब 21 हजार सदस्य बनाए गए। उनसे हर महीने एक-एक हजार रुपये की किस्तें ली और आखिर में आरोपित सारा पैसा समेटकर फरार हो गए थे। इस मामले में 6 दिसंबर को गांव प्याला निवासी रोहित आत्महत्या कर चुका है। उसने भी अपने कुछ जानकारों के करीब आठ लाख रुपये इस लॉटरी कंपनी में लगवा दिए थे। जांच में पुलिस ने पाया है कि यह करीब 22 करोड़ का घोटाला है। करीब 21 हजार लोग इससे जुड़े थे। इस मामले में आठ महीने में सात बार जांच एजेंसी बदलने के बाद पुलिस आयुक्त ने 4 सितंबर को एसआइटी गठित की थी। इसी मामले में बल्लभगढ़ निवासी एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी। उसने सुसाइड नोट में हेलो डिस्ट्रीब्यूशन के सभी निदेशकों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। इस मामले में सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में भी अदालत आरोपितों को भगोड़ा घोषित कर चुकी है।