ट्रेड लाइसेंस का व्यापार मंडल ने किया विरोध
एनआइटी में व्यापारियों की सबसे बड़ी संस्था व्यापार मंडल ने नगर निगम की ट्रेड लाइसेंस नीति के विरोध करने की बात कही है। व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भाटिया ने एक बयान जारी कर इसे सरकार व नगर निगम प्रशासन का तुगलकी फरमान बताया है। उन्होंने कहा कि व्यापारी पहले से ही निगम को प्रॉपर्टी टैक्स, फायर टैक्स, लाइसेंस टैक्स आदि विभिन्न तरह के टैक्सों की अदायगी कर रहे हैं। फिर एक टैक्स और क्यों। इसके अलावा व्यापारी लगातार पिछले कई वर्षों से मंदी की मार झेल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : एनआइटी में व्यापारियों की सबसे बड़ी संस्था व्यापार मंडल ने नगर निगम की ट्रेड लाइसेंस नीति का विरोध करने की बात कही है। व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भाटिया ने एक बयान जारी कर इसे सरकार व नगर निगम प्रशासन का तुगलकी फरमान बताया है।
उन्होंने कहा कि व्यापारी पहले से ही निगम को प्रॉपर्टी टैक्स, फायर टैक्स, लाइसेंस टैक्स आदि विभिन्न तरह के टैक्सों की अदायगी कर रहे हैं, फिर एक टैक्स और क्यों। इसके अलावा व्यापारी लगातार पिछले कई वर्षों से मंदी की मार झेल रहे हैं।
मंडल प्रधान ने कहा कि व्यापारी जीएसटी, इनकम टैक्स व लेबर सेस की अदायगी भी करते हैं। इसके अलावा मोदी सरकार ने एक देश एक टैक्स के नाम पर जब जीएसटी लागू कर सभी व्यापारियों को उसके दायरे में ला दिया है, तब एक और टैक्स थोपने की क्या जरूरत आन पड़ी है। वह इसका कड़ा विरोध करेंगे और किसी भी सूरत में ट्रेड लाइसेंस की नीति को लागू नहीं होंने देंगे।
भाटिया ने इस लाइसेंस की खिलाफत करने के साथ-साथ स्थानीय विधायक एवं सांसद पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि अपनी मस्ती में मस्त हैं, उन्हें जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। अधिकारी अपनी मनमर्जी चलाकर आम जनता के हितों पर डाका डाल रहे हैं। व्यापार मंडल इस फैसले का ना केवल विरोध करेगा, बल्कि इसे किसी भी सूरत में लागू नहीं होने दिया जाएगा।