युवती के साहस ने दी पुलिस को ऑक्सीजन
फरीदाबाद : आइएमटी में युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपितों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर फरीदाबाद पुलिस अपनी साख बचाने में कामयाब रही है। वारदात के बाद एक बार तो पुलिस के हाथ-पांव फूल गए थे, मगर युवती के साहस ने पुलिस के लिए ऑक्सीजन का काम किया। यही कारण है कि बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस आयुक्त अमिताभ ढिल्लो, डीसीपी राजकुमार भारद्वाज और एसीपी बलबीर ¨सह युवती को बार-बार बहादुर बेटी कह रहे थे। युवती ने सबसे पहले साहस का परिचय मामले की सूचना तुरंत अपने परिजनों को देकर व पुलिस के पास जाने का फैसला लेकर
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : आइएमटी में युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपितों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर फरीदाबाद पुलिस अपनी साख बचाने में कामयाब रही है। वारदात के बाद एक बार तो पुलिस के हाथ-पांव फूल गए थे, मगर युवती के साहस ने पुलिस के लिए ऑक्सीजन का काम किया। यही कारण है कि बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस आयुक्त अमिताभ ढिल्लो, डीसीपी राजकुमार भारद्वाज और एसीपी बलबीर ¨सह युवती को बार-बार बहादुर बेटी कह रहे थे।
युवती ने सबसे पहले साहस का परिचय मामले की सूचना तुरंत अपने परिजनों को देकर व पुलिस के पास जाने का फैसला लेकर दिया। युवती को मालूम था कि उससे तमाम तरह के सवाल पूछे जाएंगे। वह रात में दोस्त के साथ सुनसान जगह पर क्या कर रही थी जैसे सवाल उसके लिए तैयार होंगे, इसके बाद भी वह डरी नहीं। परिजनों को सारी बातें समझाईं और रात में ही उन्हें लेकर पुलिस के पास पहुंची। पुलिस के पास आरोपितों के बारे में कोई सुराग नहीं थे। युवती ने पुलिस को चारों का अलग-अलग हुलिया बताया। जानकारी दी कि वे स्थानीय भाषा बोल रहे थे। उनके बालों के स्टाइल व कपड़ों के बारे में भी बताया। इसके बाद पुलिस की टीम आस-पास के गांवों में सक्रिय हुई और संदिग्धों से पूछताछ करते हुए आरोपितों तक पहुंची। युवती ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि वह शिनाख्त परेड में उन्हें पहचान लेगी, जिसके बाद पुलिस ने शिनाख्त परेड का फैसला किया। इस तरह के मामलों को तुरंत पुलिस के संज्ञान में लाना बेहद जरूरी है, अगर युवती चुप्पी साध जाती तो आरोपितों का हौसला बढ़ जाता और वे आगे भी इस तरह की वारदात कर सकते थे। युवती ने मामले को तुरंत पुलिस के सामने लाया। जांच के दौरान पूरा सहयोग किया। इस कारण आरोपितों तक पहुंचना संभव हो सका।
-राजकुमार भारद्वाज, डीसीपी बल्लभगढ़