एसएससी की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों ने झेली परेशानियां
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से ग्रुप-डी की परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 2
- शहर की भौगोलिक स्थिति से थे अंजान, ऑटो चालकों ने मनमाना किराया वसूला
- 28 हजार ने दी एसएससी ग्रुप-डी की परीक्षा
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से ग्रुप-डी की परीक्षा आयोजित की गई। इसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 28 हजार उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। शहर की भौगोलिक स्थिति से अंजान परीक्षार्थियों की मजबूरी का लाभ ऑटो चालकों ने जमकर उठाया। ऑटोचालकों ने उनसे मनमाना किराया वसूला। परीक्षा के सफल आयोजन हेतु शहर के राजकीय व निजी विद्यालयों में 95 केंद्र बनाए गए थे और इसके अलावा परीक्षा को नकल रहित बनाने के लिए सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए थे। परीक्षा तीन पालियों में आयोजित की गई।
परीक्षा का समय शनिवार सुबह नौ बजे होने चलते शुक्रवार शाम को ही परीक्षार्थी फरीदाबाद पहुंच गए थे और केंद्र की पहचान करने के बाद किराये पर होटल लेकर रुक गए थे। केंद्रों में परीक्षार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया सुबह सात बजे से शुरू हो गई थी। तीन चरणों की सख्त जांच के बाद परीक्षार्थी अंदर पहुंच पा रहे थे। केंद्र के आसपास के क्षेत्र में पुलिस का सख्त पहरा था। परीक्षार्थियों के चेहरे पर परीक्षा का तनाव साफ देखा जा सकता था। साढ़े 10 बजे परीक्षा छूटने के बाद परीक्षार्थियों के तनाव पूर्ण चेहरों पर अच्छी परीक्षा की मुस्कान भी देखी जा सकती थी। जूते भी उतरवा लिए गए :
एसएससी की परीक्षा में पारदर्शिता के लिए बेहद सख्त नियम देखने को मिले। पुलिस व मेटल डिटेक्टर द्वारा जांच के बाद छात्रों की पहचान के लिए ऑनलाइन उनके आधार कार्ड से भी मिलान किया गया। इसके अलावा किसी भी प्रकार की नकल सामग्री केंद्र तक नहीं पहुंच सके, इसके लिए केंद्र के बाहर जूते एवं शर्ट की मुड़ी हुई बाजू भी सीधी करवा दी गई थी। ऑटो चालकों की मनमानी :
दूसरी और तीसरी पाली में शुरू हुई परीक्षा में शामिल होने वाली परीक्षार्थियों को केंद्रों को ढूंढने में परेशानी हुई। शहर से अंजान परीक्षार्थियों की परेशानी का लाभ ऑटो चालकों ने खूब उठाया और उन्हें परीक्षा केंद्र पर छोड़ने का मन मुताबिक किराया वसूला। ऑटो चालकों ने 400 रुपये तक किराया वसूला, जबकि उन केंद्रों तक पहुंचने के लिए अधिकतम किराया 50 रुपये लगता है। इसके अलावा परीक्षार्थी केंद्र का पता पूछते हुए भी दिखाई दिए। फरीदाबाद रेलवे स्टेशन उतरे परीक्षार्थियों की मदद जीआरपी के एएसआइ राजपाल ने की। उन्होंने परीक्षार्थियों को केंद्र पता बताया। इसके अलावा कई परीक्षार्थियों को ऑटो करवाकर केंद्र पहुंचाने में भी मदद की। परीक्षा केंद्र ढूंढने में थकावट हो गई थी, लेकिन प्रश्नपत्र देखकर सारी थकावट दूर हो गई। यदि सब कुछ अच्छा रहा, तो चयन पक्का है। इसमें अंग्रेजी, गणित और सामान्य से संबंधित प्रश्न आए थे।
- प्रवीन, भिवानी मैंने चपरासी के लिए आवेदन किया है और प्रश्नपत्र बेहद आसान था। शुक्रवार रात को ही फरीदाबाद पहुंच गया था। केंद्र का पता लगाने के बाद होटल बुक कराके रात गुजारी थी।
-राजीव, कैथल तीसरी पाली की परीक्षा में हिस्सा लेने आया हूं। केंद्र का पता नहीं था। ऑटो चालक ने मुझसे 300 रुपये किया वसूला, जबकि रेलवे स्टेशन से केंद्र की दूरी 3 किलोमीटर के आसपास है।
-अमन, सोनीपत