जिले में पहली बार लगा प्लाज्मा दान शिविर
समाज सेवा के क्षेत्र में लीक से हट कर काम करने के लिए विख्यात हैं।
सुशील भाटिया, फरीदाबाद : समाज सेवा के क्षेत्र में लीक से हट कर काम करने के लिए विख्यात हो रही शहर की प्रमुख सामाजिक संस्था बन्नूवाल वेलफेयर एसोसिएशन ने एक और अनोखी पहल की। कोरोना पीड़ितों के दर्द को समझते हुए एसोसिएशन ने प्लाज्मा दान शिविर का आयोजन किया। यह औद्योगिक नगरी में या यूं कहें कि एनसीआर में ऐसा पहला आयोजन है, जिसमें एक के बाद एक गैरों के लिए निस्वार्थ भाव से पीला द्रव्य(प्लाज्मा) दान करने की जिजीविषा दिखाई दी और स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया।
बन्नूवाल वेलफेयर एसोसिएशन ने यह विशेष शिविर डेरा संत भगत सिंह ब्लड बैंक प्रांगण में आयोजित किया। शिविर में कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर पूर्णतया स्वस्थ हो चुके 17 लोगों ने प्लाज्मा दान करने की इच्छा जताई, पर रक्त जांच के बाद 13 लोगों में ही एंटीबाडी पाई गई। इसके बाद तुषार, उज्जल भाटिया, सुशील कुमार, मोहित भाटिया, सक्षम, नरेंद्र सिंह और पार्षद मनोज नासवा ने प्लाज्मा दान किया। ब्लड बैंक में आवश्यक किट खत्म होने पर बाकी छह लोग पवन शर्मा, संजीव गुप्ता, शशांक शर्मा, मनोज कुमार, अशोक छाबड़ा, हितेष भाटिया मंगलवार को प्लाज्मा दान करेंगे। प्लाज्मा दान करने वालों का ब्लड बैंक प्रभारी जेडी अरोड़ा, एसोसिएशन के प्रधान राकेश भाटिया, महासचिव संजय अरोड़ा, उपप्रधान संजीव ग्रोवर व रेनू राजन, प्लाज्मा बैंक समन्वयक उमेश अरोड़ा, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ दर्शन भाटिया ने उत्साह बढ़ाया।
जिला प्रशासन के समन्वयक उमेश अरोड़ा के अनुसार एसोसिएशन की यह अनोखी व सार्थक पहल है, जो दूसरों को भी प्रेरित है। अपने जिले में कोरोना संक्रमण के पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्लाज्मा थेरेपी पीड़ितों की जान बचाने में कारगर साबित हो रही है, पर इसे दान करने वालों की संख्या कम है। ऐसे में जिन 13 लोगों ने प्लाज्मा दान किया है और करेंगे, वो 26 पीड़ितों के काम आएगा।
हमने कई बार रक्तदान शिविर भी लगाए हैं, पर मौजूदा जरूरत रक्तदान के साथ-साथ प्लाज्मा की भी है। हमारे मन में यह ख्याल आया कि क्यों न प्लाज्मा दान शिविर आयोजित किया जाए। यह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण कार्य तो था, पर मुश्किल नहीं था। हमने कोरोना संक्रमण से उबर चुके लोगों को प्रेरित किया और शिविर आयोजित करने में सफल रहे। इस तरह का कार्य और भी संस्थाए कर सकती हैं। बस थोड़ी अतिरिक्त कोशिश करनी पड़ेगी।
-राकेश भाटिया, प्रधान, बन्नूवाल वेलफेयर एसोसिएशन हमारी संस्था का यह प्रयास अच्छा रहा। मैंने स्वयं भी और मेरे परिवार के दो अन्य सदस्यों ने प्लाज्मा दान किया। प्लाज्मा दान से किसी को भी संकोच नहीं होना चाहिए। जिस तरह रक्तदान में रक्त निकलता है, उसी तरह से प्लाज्मा के लिए पीला पदार्थ। प्लाज्मा दान करने से शरीर स्वस्थ रहता है। शरीर के अंदर से खराब तत्व निकल जाते हैं।
-सुशील कुमार भाटिया, कोषाध्यक्ष, संस्था