Move to Jagran APP

तो क्या जबलपुर की तरह डायनामाइट से तोड़ा गया एटीएम?

फरीदाबाद गांव धौज में धमाके से एटीएम तोड़े जाने के मामले में पुलिस की थ्योरी संशय पैदा करती है। आस-पास घरों में रहने वलो लोग पूरी तरह स्पष्ट हैं कि उन्होंने सिलेंडर फटने जैसे धमाके की आवाज सुनी। मगर पुलिस मानने को तैयार नहीं है कि एटीएम को विस्फोट करके तोड़ा गया है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने हथौड़ों से एटीएम तोड़ा। जांच अधिकारी सतबीर सिंह कहते हैं कि अगर विस्फोटक का प्रयोग होता तो जिस दुकान में एटीएम है

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 09:39 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 06:38 AM (IST)
तो क्या जबलपुर की तरह डायनामाइट से तोड़ा गया एटीएम?
तो क्या जबलपुर की तरह डायनामाइट से तोड़ा गया एटीएम?

हरेंद्र नागर, फरीदाबाद

loksabha election banner

गांव धौज में धमाके से एटीएम तोड़े जाने के मामले में पुलिस की थ्योरी संशय पैदा करती है। आस-पास घरों में रहने वाले लोग पूरी तरह स्पष्ट हैं कि उन्होंने सिलेंडर फटने जैसे धमाके की आवाज सुनी। मगर पुलिस मानने को तैयार नहीं है कि एटीएम को विस्फोट करके तोड़ा गया है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने हथौड़ों से एटीएम तोड़ा। जांच अधिकारी सतबीर सिंह कहते हैं कि अगर विस्फोटक का प्रयोग होता तो जिस दुकान में एटीएम है उसकी छत भी उड़ जाती। एटीएम सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी पुलिस की थ्योरी को नकारते हैं। उनका कहना है कि एटीएम की शीट इतनी मजबूत होती है कि उसे केवल गैस कटर से ही काटा जा सकता है। हथौड़ी से एटीएम तोड़ना मुमकिन नहीं है। सवाल उठता है कि आखिर वहां हुआ क्या था।

सोशल मीडिया से पता चला कि राजस्थान जबलपुर के पाटन में भी 6 जून को एटीएम विस्फोट की घटना हुई थी। गांव धौज का सीन ऑफ क्राइम उस घटना से पूरी तरह मिलता है। वहां भी लोगों ने तेज धमाके की आवाज सुनी थी। जब बाहर निकले तो टूटे हुए शीशे और एटीएम के परखच्चे उड़े देखे। शुरू में किसी को समझ नहीं आया कि आखिर वहां हुआ क्या। बाद में जबलपुर पुलिस ने पाया कि एटीएम तोड़ने के लिए हल्के डायनामाइट का प्रयोग हुआ।

आमतौर पर डायनामाइट का प्रयोग पत्थर या इमारतें तोड़ने में किया जाता है। वहां भी बदमाश एटीएम में से पूरा कैश नहीं लेकर जा पाए थे, क्योंकि धमाके की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर आने लगे थे। इसके अलावा जबलपुर की घटना में भी मौके पर काफी नोट फटे हुए मिले थे, गांव धौज की घटना में भी पुलिस ने फटे हुए नोट बरामद किए हैं। इसके अलावा जिस दुकान में एटीएम था, उसकी छत को नुकसान नहीं हुआ था।

पूर्व पुलिस अधिकारी दर्शन सिंह का कहना है कि इस मामले की गहनता से जांच की जरूरत है। अगर डायनामाइट का प्रयोग हुआ है तो यह दिल्ली-एनसीआर की संभवत: पहली घटना होगी। वहीं पुलिस को अब एटीएम की सुरक्षा के लिए अधिक सतर्क होना पड़ेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.