राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में संदीप व सुमित ने तोड़े अपने ही रिकार्ड
पिछले वर्ष जकार्ता में हुए एशियाई खेलों में 60.01 मीटर भाला फेक नया रिकॉर्ड बनाने वाले संदीप राज्य स्तरीय स्तरीय पैरा एथलेटिक प्रतियोगिता में एक बार फिर चर्चा में आए हैं। राज्य खेल परिसर सेक्टर-12 में संपन्न तीन दिवसीय राज्य स्तरीय स्तरीय प्रतियोगिता 61.67 मीटर भाला फेक कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा।
अभिषेक शर्मा, फरीदाबाद
पिछले वर्ष जकार्ता में हुए एशियाई खेलों में 60.01 मीटर भाला फेंक में नया रिकॉर्ड बनाने वाले संदीप राज्य स्तरीय स्तरीय पैरा एथलेटिक प्रतियोगिता में एक बार फिर चर्चा में आए हैं। राज्य खेल परिसर सेक्टर-12 में संपन्न तीन दिवसीय राज्य स्तरीय स्तरीय प्रतियोगिता में 61.67 मीटर भाला फेंक कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा। इसके अलावा सोनीपत के सुमित ने भी 61.45 मीटर भाला फेंक कर एशियन रिकॉर्ड तोड़ने में कामयाबी हासिल की है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में संदीप ने स्वर्ण और सुमित ने रजत पदक जीता है। दोनों ही खिलाड़ी अगले वर्ष टोक्यो ओलंपिक का टिकट पक्का करने के लिए तैयारी कर रहे हैं।
गुरुग्राम के संदीप का वर्ष 2008 में बायां पैर इंफेक्शन की वजह से खराब हो गया था। इसके बाद उन्होंने पैरा खेलों में अपना भविष्य बनाने का संकल्प लिया था और वर्ष 2015 में ठीक होने के बाद पैरा खेलों में तैयारी शुरू कर दी। झज्जर के पैरा एथलीट भारत से प्रशिक्षण लिया और लगातार बेहतर प्रदर्शन के दम पर रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहे थे, जबकि जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष टोक्यो ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। उनके पिता सुभाष सेना में कार्यरत हैं।
सोनीपत के एथलीट सुमित का वर्ष 2015 में ट्यूशन से घर लौटते समय सड़क दुर्घटना में बायां पैरा पूरी तरह खराब हो गया था। पैर खराब से बहुत निराशा हुई थी, लेकिन जीवन में कभी हार नहीं मानी और एक साल पहले पैरा खेलों का अभ्यास शुरू किया। उन्हें तैयार करने में एशियाई पैरा खेल में रजत पदक विजेता विरेंद्र सिंह और पैरा एथलीट राजकुमार ने मदद की। पिछले वर्ष उन्होंने बेंगलुरु में हुई ओपन नेशनल में रजत पदक जीता था, जबकि जकार्ता एशियाई खेलों में पांचवें स्थान पर रहे थे। सुमित दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रहे हैं और उनके पिता रामकुमार वायुसेना ने कार्यरत रहे हैं।