मंझावली पुल निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री गंभीर
मंझावली पुल निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री भी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। सोमवार को बैठक की।
जासं, फरीदाबाद : मंझावली पुल निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री भी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव से इसकी जानकारी ली। जिला उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया कि मंझावली पुल के लिए अधिकतर जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। बहुत कम जमीन की रजिस्ट्री होनी बाकी है। उसके लिए कार्य प्रगति पर किया जा रहा है। लोगों से तालमेल करके दो सप्ताह में इस काम का पूर्ण रूप से निपटारा किया जाएगा। कुछ जमीन पर कोर्ट से संबंधित केस होने के कारण देरी हुई हैं। उसका भी यथाशीघ्र निपटारा किया जाएगा।
इस दौरान जिला उपायुक्त के साथ जिला राजस्व अधिकारी बिजेंद्र सिंह राणा व लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप संधू मौजूद रहे। बृहस्पतिवार को जिला विकास एवं निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने मंझावली पुल की प्रगति को लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से जानकारी ली थी। साथ ही जल्द काम पूरा करने के लिए कहा था। तिगांव से विधायक राजेश नागर ने भी यह मुद्दा कई बार उठाया है। हर महीने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर निर्माण कार्य की प्रगति पता करते हैं। कई डेड लाइन हुईं मिस
बता दें इस पुल निर्माण की कई डेडलाइन मिस हो चुकी हैं। इसकी आधारशिला केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने आठ साल पहले 2014 रखी थी। पुल 630 मीटर लंबा है। दोनों तरफ पुल को जोड़ने के लिए बनाए जाने वाली सड़क का काम अधूरा है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग को मंझावली सहित आसपास के गांव की जमीन अधिग्रहण कर सड़क बनानी है। पुल बनने से राह होगी आसान
पुल बनने के बाद न केवल फरीदाबाद बल्कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी दिल्ली से होकर ग्रेटर नोएडा आना-जाना हो रहा है। इसमें काफी समय लग जाता है। ईंधन व समय अधिक लगता है। जाम की वजह से लोग परेशान अलग से होते हैं।