ओवरफ्लो तालाब के गंदे पानी से सिचाई करने पर मजबूर
गांव में भूजल स्तर बढ़ाने में सहायक तालाब अब ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : गांव में भूजल स्तर बढ़ाने में सहायक तालाब अब ग्रामीणों के लिए परेशानी भी बन गए हैं। अंदर व आसपास कचरा होने की वजह से तालाब अक्सर ओवरफ्लो हो जाते हैं। इस कारण मुख्य रास्ते सहित आसपास के घरों में रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। नीमका गांव के प्राचीन हनुमान मंदिर के पास तालाब की हालत भी ऐसी ही है। तालाब की हालत सुधारने के लिए ग्रामीण देवेंद्र नागर, रणबीर नागर, भारामल और राहुल ने एक ज्ञापन अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान को दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव बसने के बाद से ही यहां तालाब है। आबादी बढ़ने के साथ-साथ तालाब में पानी का स्तर भी बढ़ता चला गया। पंचायत व प्रशासन द्वारा ध्यान न दिए जाने की वजह से अब तालाब का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर मुख्य रास्ते में जमा हो जाता है। इसके बाद यह पता नहीं लगता कि रास्ता कहां है। इसके अलावा आसपास के घरों के सामने पानी जमा होने से लोगों को बाहर निकलने में परेशानी होती है। अब आसपास रहने वाले लोग इस तालाब के पानी से खेतों की सिचाई करने पर मजबूर हैं। पानी खेतों तक ले जाने के लिए इंजन का इंतजाम अपने पैसों से करते हैं, फिर पाइप के माध्यम से खेत तक पानी पहुंचाया जाता है। यदि ऐसा न किया जाए तो पानी घरों में घुस जाता है। उन्होंने बताया कि तालाब में गंदा पानी जमा होने से मच्छर पैदा हो गए हैं। बदबू की वजह से आसपास रहना मुश्किल हो रहा है। अतिरिक्त उपायुक्त की ओर से आश्वासन मिला है कि इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा।