प्रदूषण ने बढ़ाई आंखों में जलन
जिले में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के चलते सुबह और शाम को स्माग के कारण आंखों में जलन की समस्या बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जिले में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के चलते सुबह और शाम को स्माग की चादर देखी जा सकती है। स्माग ने सांस के अलावा आंख संबंधी परेशानियां भी बढ़ा दी हैं। प्रदूषण की वजह से आखों में जलन हो रही है, लेकिन लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कोरोना संक्रमण के डर की वजह से बहुत कम लोग ही इलाज के लिए अस्पताल जा रहे हैं और घरेलू उपचार कर रहे हैं। घरेलू उपचार आंखों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। बता दें जिले में प्रदूषण के स्तर बढ़ रहा है। रोजाना धुंध ने सबसे अधिक मोटरसाइकिल चालकों को परेशान किया है। मौजूद प्रदूषण के बारीक कण आंखों में पहुंच रहे हैं। यह कण आइ-फ्लू का कारण भी बन रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष प्रदूषण की वजह से अस्पतालों की ओपीडी में आंखों की जांच कराने वाले मरीज काफी होते थे, लेकिन इस बार कोरोना की डर की वजह से बहुत कम संख्या में लोग इलाज के लिए आ रहे हैं। आंखों के प्रति लापरवाही एक बड़ी परेशानी का कारण भी बन सकती है। ²ष्टि आइ केयर सेंटर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डा.अमित अरोड़ा ने बताया कि स्माग में कई प्रकार की गैस होती है और सभी प्रकार की गैस आंखों के लिए हानिकारक होती है। ऐसे में आंखों की जांच डाक्टर से अवश्य करानी चाहिए। इसके अलावा सावधानी से आंखों को प्रदूषण की वजह से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। इन अवस्थाओं में अवश्य जाएं डाक्टर के पास
बहुत खुजली व लाल होने पर, आंखों से पानी गिरने पर, चिपचिपाहट व सूजन होने पर नेत्ररोग विशेषज्ञ के पास अवश्य जाएं। ये बरतें सावधानी
-मोटरसाइकिल सवार शीशा लगा हुआ हेलमेट पहनें। इससे स्माग आंखों तक नहीं पहुंच पाता है।
-आंखों में जलन होने पर ठंडे पानी से धोएं और खुजली न करें। तकलीफ बढ़ने पर घरेलू उपचार की बजाय नेत्ररोग विशेषज्ञ को ही दिखाएं।
-घर से निकलने से पूर्व चश्मा लगाना सभी के लिए आवश्यक है। इससे आंखे कवर रहती हैं।
-पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए। पानी की कमी की वजह से आंखों में खुस्की बढ़ जाती है। इससे भी जलन एवं खुजली की समस्या होती है।
-हरी सब्जियां एवं विटामिन ए युक्त भोजन करना चाहिए।