राहत : बारिश से धुल गया प्रदूषण
बृहस्पतिवार को हुई बारिश का असर शुक्रवार को प्रदूषण के स्तर पर देखने को मिला। शुक्रवार को पीएम 2.5 की मात्रा औसत 197 रही। दिन में कई बार ऐसे मौके रहे जब यह स्तर 50 के आसपास रहा।
जासं, फरीदाबाद : बृहस्पतिवार को हुई बारिश का असर शुक्रवार को प्रदूषण के स्तर पर देखने को मिला। शुक्रवार को पीएम 2.5 की मात्रा औसत 197 रही। दिन में कई बार ऐसे मौके रहे जब यह स्तर 50 के आसपास रहा। हवा साफ होने से लोगों ने राहत की सांस ली। सबसे अधिक राहत सांस रोगियों को मिली है। बारिश से पहले पीएम 2.5 की मात्रा 400 के आसपास थी।
औद्योगिक नगरी प्रदूषण के मामले में देशभर में अव्वल है। विश्व के टॉप 10 शहरों में भी शुमार हो चुकी है। यहां प्रदूषण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण हवा में धूल कण हैं। धूल कण सड़कों पर पड़ी धूल उड़ने से पहुंच जाते हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार धूल कण वायुमंडल में तब तक नीचे नहीं आते, जब तक तेज हवा नहीं चलती या फिर बारिश नहीं होती। बता दें आम दिनों में यहां वायु गुणवत्ता इंडेक्स का सतर 300 से 500 के बीच में रहता है जो खतरनाक माना जाता है। इसमें सबसे अधिक परेशानी दमा के मरीजों को होती है। एनजीटी की सख्ती के बाद नगर निगम की ओर से स्वच्छता अभियान सफल होने का दावा करती रहती है। पर हकीकत कुछ और है। हैरानी की बात है कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में उड़ते धूल के कण नगर निगम के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हैं। हकीकत यह है कि अब भी सड़कों पर कई जगह धूल पड़ी हुई है। इनसेट..
जिले में बृहस्पतिवार रात 18 मिमी बारिश हुई
जासं, बल्लभगढ़ : जिले में बृहस्पतिवार की रात को फरीदाबाद और छांयसा में 19-19 मिलीमीटर तथा बल्लभगढ़ में 16 मिलीमीटर बारिश कृषि एवं किसान कल्याण विभाग व राजस्व विभाग ने दर्ज की है। बारिश अच्छी होने से अब किसान खुश हैं, क्योंकि उन्हें बिजली की इंतजार में अगले 15 दिन तो कम से कम रात को नहीं जागना पड़ेगा। अब आराम से सो सकते हैं। रात को सिर्फ गोवंश को देखने के लिए खेतों के चक्कर अवश्य लगाने पड़ेंगे। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. अनिल कुमार का कहना है कि बारिश से सभी फसलों को लाभ हुआ है। जिला फरीदाबाद में बारिश से किसी भी गांव में कोई नुकसान नहीं है। क्योंकि बारिश के साथ ग्रामीण क्षेत्र में कहीं पर भी ओलावृष्टि होने की खबर नहीं है। बारिश के बाद अब किसान खरपतवार नाशक का छिड़काव कर सकते हैं। अच्छी बारिश हुई है। सरसों में भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है। सरसों में अब बारिश होने से अच्छी फली आएगी और पकाव भी अच्छा होगा।