प्रदूषण पर काबू पाने के लिए शुरू हुआ सड़कों पर छिड़काव
वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए नगर निगम द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है। शनिवार और रविवार को शहर के कई इलाकों में नगर निगम के टेंकरों से छिड़काव किया गया। दरअसल हवा की गुणवत्ता 400 के आसपास होने का मतलब है कि एक प्रकार की स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति पैदा होना है। ऐसे में निर्माण कार्य पर पूरी तरह रोक लगाना जरूरी हो जाता है। इतना ही नहीं सड़कों पर उड़ती धूल को काबू करना भी जरूरी होता है। इसलिए निगम अब छिड़काव कर रहा है। निगम अधिकारियों के अनुसार अगर हवा की गुणवत्ता और खराब होती है तो प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसमें सड़क किनारे लगे
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए नगर निगम द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है। शनिवार और रविवार को शहर के कई इलाकों में नगर निगम के टैंकरों से छिड़काव किया गया। दरअसल हवा की गुणवत्ता 400 के आसपास होने का मतलब है कि एक प्रकार की स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति पैदा होना है। ऐसे में निर्माण कार्य पर पूरी तरह रोक लगाना जरूरी हो जाता है। इतना ही नहीं सड़कों पर उड़ती धूल को काबू करना भी जरूरी होता है। इसलिए निगम अब छिड़काव कर रहा है। निगम अधिकारियों के अनुसार अगर हवा की गुणवत्ता और खराब होती है तो प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसमें सड़क किनारे लगे पेड़ों पर पानी का छिड़काव करने जैसे कदम शामिल हैं। पिछले साल भी ऐसा किया जा चुका है। वायु गुणवत्ता के ये हैं मानक
0 से 50 अच्छा
51 से 100 संतोषजनक
101 से 200 मध्यम
201 से 300 खराब
301 से 400 बेहद खराब
401 से ऊपर गंभीर या आपात
नोट : केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की साइट के अनुसार फिलहाल औद्योगिक नगरी में पीएम 2.5 की मात्रा 360 से 380 के बीच चल रही है।