महेंद्र प्रताप और हुड्डा की मुलाकात में तय हो गया कांग्रेस का सूरमा!
फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के छह दावेदार हैं मगर इनमें एकजुटता नहीं होने के कारण अब पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की मुश्किलें बढ़ रही हैं। छह दावेदारों में पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह पूर्व सांसद अवतार भड़ाना पलवल के विधायक करण दलाल तिगांव से विधायक ललित नागर वरिष्ठ नेता जेपी नागर यशपाल नागर के नाम शामिल हैं। हुड्डा यहां जीतने वाले उम्मीदवार का नाम आलाकमान के सामने रखना चाहते हैं। इसके चलते उन्होंने पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह का नाम आगे किया है।
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद : फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के छह दावेदार हैं मगर इनमें एकजुटता नहीं होने के कारण अब पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की मुश्किलें बढ़ रही हैं। छह दावेदारों में पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व सांसद अवतार भड़ाना, पलवल के विधायक करण दलाल, तिगांव से विधायक ललित नागर, वरिष्ठ नेता जेपी नागर, यशपाल नागर के नाम शामिल हैं। हुड्डा यहां जीतने वाले उम्मीदवार का नाम आलाकमान के सामने रखना चाहते हैं। इसके चलते उन्होंने पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह का नाम आगे किया है। सोमवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह की नई दिल्ली स्थित 9 पंत मार्ग पर मुलाकात हुई। यह सामान्य मुलाकात नहीं थी। महेंद्र प्रताप सिंह करीब पांच साल बाद हुड्डा के दिल्ली स्थित निवास पर गए थे। सूत्रों की माने तो इस मुलाकात में फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र से भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ सूरमा तय हो गया है। असल में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की एक बड़ी मुश्किल यह है कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने का इशारा कर दिया है। चुनाव लड़ने के लिए उनके पास दो विकल्प हैं एक उनके गृह क्षेत्र से लगता सोनीपत और दूसरा उनके समर्थकों की मांग पर फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र। हुड्डा खुद चाहते हैं कि यदि आलाकमान के निर्देश का पालन करना पड़ा तो वे फरीदाबाद की बजाए सोनीपत से चुनाव लड़ेंगे। मगर फरीदाबाद में उनके समर्थक कहते हैं कि यदि फरीदाबाद सीट कोई निकाल सकता है तो उसका नाम है भूपेंद्र सिंह हुड्डा। इसका एक कारण यह भी है कि पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह की चुनाव लड़ने की ना-नुकुर के चलते हुड्डा गुट को टिकट पर पूर्व सांसद अवतार भड़ाना का कब्जा होता दिखाई दे रहा है। हुड्डा गुट किसी भी सूरत में भड़ाना को टिकट दिए जाने का विरोध करेगा। ऐसे में हुड्डा ने सोमवार सुबह पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह को पहले की तरह बुलावा भेजा। पहले महेंद्र प्रताप सिंह हुड्डा निवास पर खुद जाने की बजाए अपने मंझले बेटे विजय प्रताप सिंह को भेज दिया करते थे। मगर इस बार वे हुड्डा के बुलावे पर खुद 9 पंत मार्ग दिल्ली पहुंच गए। यहां दोनेां नेताओं के बीच विस्तृत चर्चा हुई। इसमें महेंद्र प्रताप सिंह ने तो अपनी तरफ से हुड्डा को फरीदाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने का निमंत्रण दिया मगर हुड्डा ने इससे इंकार कर दिया और उन्होंने महेंद्र प्रताप सिंह को ही मजबूती से दावेदारी करने की सलाह दी। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि हुड्डा ने महेंद्र प्रताप सिंह को आश्वस्त किया है कि वे फरीदाबाद और पलवल क्षेत्र में उनका चुनाव ठीक वैसे ही लड़वाएंगे जैसे 2004 और 2009 में अवतार भड़ाना को लड़वाया था। इसके बाद महेंद्र प्रताप सिंह पूर्व सीएम को चुनाव लड़ने संबंधी अपनी सहमति दे आए हैं। इसके बाद माना जा रहा है कि हुड्डा खेमा पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद के सामने मंगलवार को स्क्रिनिग कमेटी की बैठक में फरीदाबाद से महेंद्र प्रताप सिंह का इकलौता नाम देंगे। हुड्डा के फरीदाबाद आगमन पर करण दलाल को है ऐतराज
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के फरीदाबाद से चुनाव लड़ने पर पूर्व मंत्री और हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल को ऐतराज है। दलाल के तर्क हालांकि काफी सही है मगर मौजूदा परिस्थितियों में हुड्डा का नाम फरीदाबाद से सुझाने वालों का कहना है कि सिर्फ हुड्डा ही गुर्जर के सामने जीत सकते हैं। दलाल का कहना है कि वे पिछले 30 साल की राजनीति में यही कहते आ रहे हैं कि फरीदाबाद और पलवल में बाहर के नेताओं का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। इसलिए ही उन्होंने फरीदाबाद-पलवल का नेतृत्व विकसित करने की पहल की थी। उनका कहना है कि हुड्डा बेशक उनके समधी हैं मगर राजनीतिक रूप से वे उन्हें फरीदाबाद आने से मना कर देंगे। दलाल कहते हैं कि वे फरीदाबाद या पलवल में रहने वाले किसी भी नेता को टिकट मिलने पर इस बार पूरे दमखम से चुनाव में मदद करेंगे।