डॉक्टर को हनी ट्रैप में फंसाने के आरोप में महिला सहित तीन काबू
खुद को पुलिसकर्मी बताकर एक महिला के साथ मिलकर डॉक्टर को हनीट्रैप में फंसाने के आरोप में क्राइम ब्रांच सेकक्राइम ब्रांच ने तीन लोगो को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : खुद को पुलिसकर्मी बताकर एक महिला के साथ मिलकर डॉक्टर को हनीट्रैप में फंसाने के आरोप में क्राइम ब्रांच सेक्टर-85 की टीम ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। महिला सहित तीनों आरोपितों ने डॉक्टर को दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर 20 लाख रुपये की मांग की थी। यही नहीं बाद में सौदा डेढ़ लाख रुपये में तय भी हो गया था। आरोपितों में से एक हरियाणा पुलिस का पूर्व कर्मचारी है। इसे 1992 में पुलिस महकमे से निकाल दिया गया था।
एसीपी धारणा यादव ने बताया कि दिल्ली निवासी 25 वर्षीय महिला एक डॉक्टर के पास मरीज बनकर गई थी। फिजियोथेरेपी कराने के लिए वह प्रतिदिन डॉक्टर के पास आने लगी। कुछ दिन बाद महिला ने डॉक्टर से दोस्ती की और कहा कि वह उससे होटल में मिलना चाहती है। आरोपित महिला डॉक्टर को अपने साथ होटल में लेकर गई। वहां बगल के कमरे में इसके दो साथी पहले से ही मौजूद थे। इन्होंने महिला व डॉक्टर की फोटो खींच ली। एक-दो दिन बाद नकली पुलिसकर्मी बनकर सब इंस्पेक्टर प्रवीण ने डॉक्टर को फोन किया और बताया कि वह सेक्टर-30 क्राइम ब्रांच से हैं। प्रवीण ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि आपने किसी महिला के साथ गलत काम किया है। उनके पास फोटो भी हैं। इसलिए आपके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। यह सुनकर डॉक्टर डर गया और उसने तुरंत महिला से संपर्क किया। इसके बाद क्राइम ब्रांच के नकली एसआइ प्रवीन, हवलदार ब्रहम, महिला और उसके नकली भाई राहुल के बीच सेक्टर-31 टाउन पार्क में मीटिग हुई। इस दौरान आरोपितों ने डॉक्टर से 20 लाख रुपए की मांग की। डॉक्टर ने इतने पैसे देने में खुद को असमर्थ बताया। इसके बाद डेढ़ लाख रुपये में फैसला हो गया। इस बीच डॉक्टर ने इसकी शिकायत पुलिस आयुक्त से कर दी। पुलिस आयुक्त ने सेक्टर-85 क्राइम ब्रांच को आरोपितों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए कहा। डॉक्टर सोमवार की रात 11 बजे टाउन पार्क के गेट के पास 20 हजार रुपये लेकर आ गया। उसने आरोपितों से कहा कि बचे हुए पैसे बाद में दे देगा। उसी वक्त मौके पर ही छिपे क्राइम ब्रांच के स्टाफ ने आरोपितों को 20 हजार रुपये सहित रंगे हाथों दबोच लिया। आरोपितों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत के लिए नीमका जेल भेज दिया गया है। एसीपी धारणा यादव ने बताया कि अभी एक आरोपित राहुल की गिरफ्तारी बकाया है।