किशोरों को प्रताड़ना से बचाएगी पुलिस
स्कूलों में किशोरों को सहपाठियों की प्रताड़ना (बुलिग) से बचाने के लिए पुलिस ने एंटी बुलिग अभियान की शुरुआत की है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : स्कूलों में किशोरों को सहपाठियों की प्रताड़ना (बुलिग) से बचाने के लिए पुलिस ने एंटी बुलिग अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्वीटर पर पेज बनाए गए हैं। इनकी लांचिग बीते रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा भवन से की थी। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने टीनएज पुलिस की संकल्पना के तहत यह अभियान शुरू किया है। दसवीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों श्रुति और जीवन को इस अभियान का एंबेंसडर बनाया गया है।
बकौल पुलिस आयुक्त, इस अभियान का मकसद हिसक व्यवहार को बढ़ावा देने वाली समाज विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाना है। इसके तहत घर, पड़ोस, स्कूल, कालेजों और कार्यस्थल पर किसी की दबंगई को चिन्हित करना और समाधान करना है। बुलिग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें अपेक्षाकृत सशक्त किशोर या व्यस्क सामने वाले को प्रताड़ित करता है। बुलिग में किसी को बेवजह पीटना, धक्का देना, चोट पहुंचाना, नाम बिगाड़ना, आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाना शामिल है। आजकल साइबर बुलिग भी प्रचलन में है। इसमें मोबाइल, ई-मेल या सोशल नेटवर्किंग साइट्स से किसी को परेशान करने वाले संदेश भेजना शामिल है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर समाज बुलिग को संजीदगी से नहीं लेता, लेकिन यह बेहद गंभीर मसला है। किशोर इससे डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने बताया कि एंटी बुलिग अभियान मुख्य रूप से किशोरों को लक्षित होगा, क्योंकि वह इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ग है। किशोरों व व्यस्कों को पुलिस अपने इंस्टाग्राम, फेसबुक व ट्वीटर पेज को फालो करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इन पेज पर किशोर अपनी समस्याएं बता सकते हैं। वहीं पुलिस भी उन्हें जागरूक करने के लिए सामग्री इन पेज पर प्रसारित करेगी।