1988 लोस उपचुनाव को याद कर सिहर उठते हैं जवाहर नगर के लोग
फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के इतिहास में केवल एक बार वर्ष 1988 के आम चुनाव में बूथ कैप्चरिंग हुई थी।
संजय मग्गू, पलवल
फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के इतिहास में केवल एक बार वर्ष 1988 में लोकसभा का उपचुनाव हुआ था। उस उपचुनाव में प्रदेश की सत्ता पर काबिज लोकदल व केंद्र में सरकार चला रही कांग्रेस पार्टी के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ था। उपचुनाव में लोकदल के प्रत्याशी खुर्शीद अहमद ने कांग्रेस के प्रत्याशी जेपी नागर को शिकस्त दी थी। उपचुनाव में क्षेत्र खासकर जवाहर नगर कैंप के मतदान केंद्रों पर हुई बूथ कैप्चरिग की घटनाओं ने जवाहर नगर के लोगों को परेशान कर दिया था।
प्रदेश में एकमात्र उपचुनाव हो रहा था तो सारे प्रदेश की इस पर निगाह थी। उन दिनों लोकदल की युवा टीम को ग्रीन ब्रिगेड का नाम दिया गया था, उसकी कमान वर्तमान में निर्दलीय विधायक जयप्रकाश के हाथ में थी। ग्रीन ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने चुनाव प्रचार में जमकर पसीना बहाया और उनकी मतदान के दिन भी ड्यूटी लगाई गई थी। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए थे।
मतदान के दिन दोनों प्रत्याशियों के समर्थक कई बार आमने-सामने हुए। जवाहर नगर कैंप के कई मतदान केंद्रों पर खुलकर बूथ कैप्चरिग की घटनाएं सामने आई थीं और दोनों ही दलों ने एक दूसरे के समर्थकों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। महर्षि दयानंद चौक स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र पर तो दोनों पक्षों में आमने-सामने की फायरिग भी हुई थी।
मतदान के दिन बूथ कैप्चरिग की शिकायतों के बाद जिले भर में 109 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान भी हुआ था। मतगणना के दौरान भी काफी बवाल हुआ था। उपचुनाव में लोकदल के प्रत्याशी खुर्शीद अहमद जीत तो गए, लेकिन पलवल विधानसभा क्षेत्र में उन्हें मात्र 63 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद वर्ष 1989 में हुए मध्यावधि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने फरीदाबाद को पूरी गंभीरता से लिया था और कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी भजन लाल ने खुर्शीद अहमद को करारी शिकस्त दी थी।