बदले जाएंगे हाइवे के इंट्री-एग्जिट प्वाइंट
राजमार्ग किनारे डीपीएस स्कूल के पास और बड़खल मोड स्टेशन के पास निकासी द्वारा बनवाने पर हो रहा विचार।
प्रवीण कौशिक, फरीदाबाद :
राष्ट्रीय राजमार्ग सिक्सलेन के बाद सहूलियत का इंतजार कर रहे शहरवासियों को अभी तक राहत नहीं मिल सकी है। लगातार बढ़ रहे हादसों और जाम से जूझ रहे कई चौराहों पर वाहन चालकों को राहत दिलाने के लिए अब राजमार्ग के डिजाइन में जल्द बदलाव किया जा सकता है। इसके तहत बड़खल मोड़ मेट्रो स्टेशन और डीपीएस सेक्टर-19 के पास निकासी द्वार बनाने पर विचार हो रहा है, ताकि बड़खल से ओल्ड फरीदाबाद फ्लाइओवर के बीच दो निकासी द्वार के माध्यम से वाहन चालक शहर में प्रवेश कर सके।
फिलहाल यदि कोई दिल्ली की ओर से मथुरा की ओर जाते समय बड़खल फ्लाइओवर पर चढ़ जाए तो उसे ओल्ड फरीदाबाद फ्लाइओवर से पहले सेक्टरों में जाने के लिए निकासी द्वार नहीं है। इसके अलावा बड़खल मोड़ मेट्रो स्टेशन के पास प्रवेश द्वार होने की वजह से वाहन चालक गलत दिशा में चलते हैं, जिसकी वजह से यहां लगभग रोज कोई न कोई हादसा हो रहा है। इसी सुझाव के साथ नगर निगम के मुख्य अभियंता डीआर भास्कर की ओर से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआइ)को पत्र भी भेजा है। इस साल सितंबर तक 71 लोगों की राजमार्ग पर सड़क हादसों में मौत हो चुकी है। राजमार्ग पर बड़खल फ्लाइओवर के नीचे बेरिकेड लगाकर यू टर्न लागू किया गया, अजरौंदा चौक पर भी सुबह-शाम जाम रहता है। बड़खल मोड़ मेट्रो स्टेशन के पास आए दिन सड़क हादसे होते हैं। इसलिए मैंने राजमार्ग के सभी निकासी व प्रवेश द्वार का निरीक्षण के बाद पत्र एनएचएआइ अधिकारियों को भेज दिया है।
-डीआर भास्कर, मुख्य अभियंता, नगर निगम। हां, एक-दो जगह दोबारा डिजाइन करने पर विचार हो रहा है। अधिक निकासी द्वार होने से सुरक्षा को खतरा पैदा हो जाता है। वैसे भी सिक्स लेन होने के बाद हादसे बढ़े हैं। इसलिए हमें गहन अध्ययन करने के बाद सटीक निर्णय लेना होगा।
-धीरज ¨सह, परियोजना प्रबंधक, एनएचएआइ।