फरीदाबाद की नीमका जेल में कैदी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, परिजनों का गंभीर आरोप
छांयसा पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार गांव शाहजहांपुर निवासी सोनू नामक एक युवक ने नीमका जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
फरीदाबाद, सुशील भाटिया। थाना छांयसा पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार गांव शाहजहांपुर निवासी सोनू नामक एक युवक ने नीमका जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस का कहना है कि युवक कोरोना पॉजिटिव था, इस डर से युवक ने फांसी लगाई है। युवक के परिवार वालों ने नीमका जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि टेक्सटाइल में डिप्लोमा करने के बाद सोनू फौज में भर्ती की तैयारी कर रहा था। उसके पिता मटके बनाते हैं।
मामले की जानकारी के बाद सोनू के गांव के लोग जेल के बाहर प्रदर्शन किया। स्थानीय पुलिस के समझाने के बाद जेल के बाहर सड़क पर जाम खोल दिया गया है। मगर अभी भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं। फिलहाल सोनू की डेडबॉडी अभी जेल में फांसी के फंदे अभी नहीं नहीं उतारी गई है। मजिस्ट्रेट की जांच के बाद ही बॉडी उतारकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाई जाएगी। मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम किया जाएगा।
घटना का संबंध 10 जून को गांव शाहजहांपुर और चांदपुर के युवकों के बीच हुए विवाद से है। दोनों गांवों के युवक रोजाना सुबह-शाम काफी संख्या में दौड़ लगाते हैं। बुधवार 10 जून की सुबह दोनों गांवों के युवक दौड़ लगा रहे थे। इस दौरान किसी बात को लेकर आपस में भिड़ गए। झगड़े की खबर सुनकर ग्रामीण पहुंच गए और दोनों गांवों के युवकों को समझा-बुझा कर घर भेज दिया था।
विवाद के बाद सोनू को किया गया था गिरफ्तार
इस झगड़े के बाद एक बार फिर शाहजहांपुर के युवक एकत्रित होकर चांदपुर पहुंच थे। झगड़े की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दे दी थी। सूचना मिलने के बाद मौके पर एएसआइ केशराम, सिपाही संजय कुमार, एसपीओ राजकुमार भी पहुंच गए थे। इस दौरान युवकों ने पुलिस टीम के साथ मारपीट की थी। युवकों ने पुलिस की जिप्सी के शीशे तोड़ दिए थे और एएसआइ सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
पुलिस ने 30 युवकों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और ड्यूटी समय में पुलिसकर्मियों से झगड़ा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। सोनू नाम के एक युवक सोनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फ