यमुना नदी में अमोनिया की जांच करेगा प्रदूषण विभाग, नमूने लेने का काम शुरू
यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा का पता लगाने के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। एक सप्ताह तक लगातार यमुना नदी से पानी के नमूने भरे जाएंगे। इन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
फरीदाबाद [प्रवीन कौशिक]। यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा का पता लगाने के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। एक सप्ताह तक लगातार यमुना नदी से पानी के नमूने भरे जाएंगे। इन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। इसके बाद पता चलेगा कि दिल्ली से होकर निकलने वाली यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा कितनी है। बता दें छठ पूजा के दौरान दिल्ली सरकार द्वारा यह मामला उठाया गया है कि यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने का कारण हरियाणा है।
इसलिए अब दिल्ली में प्रवेश से पहले और यहां से निकलने वाली जगह पर अमोनिया की मात्रा जांचने के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। इससे पता चलेगा कि दिल्ली में प्रवेश व निकासी के बाद यमुना का जल कितना दूषित होता है। इसलिए अब प्रदेश सरकार ने सोनीपत व फरीदाबाद में नमूने लेने के आदेश दिए हैं। यमुना में अमोनिया की 0.2 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) तक की मात्रा को सामान्य माना जाता है। इससे ज्यादा मात्रा होने पर यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। यमुना नदी से ही आगरा व गुरुग्राम नहर भी निकलती हैं। इससे कई जिलों की हजारों एकड़ फसल की सिंचाई भी की जाती है।
किसानों ने सब्जियों की फसल लगाई हुई है। यमुना नदी किनारे रेनीवेल भी लगे हुए हैं। जिनसे लाखों लोगों की प्यास बूझती है। ऐसे में यमुना में बढ़ रही अमोनिया इन्हें नुकसान पहुंचा सकती है। इससे फसल खराब होने की आशंका भी रहती है।
- दिल्ली से बसंतपुर का इलाका सटा हुआ है। इसलिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कर्मचारी बसंतपुर से सटी हुई यमुना नदी से नमूने भर रहे हैं। इन नमूनों की जांच रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी। वहां से सरकार के पास रिपोर्ट जाएगी। स्मिता कनोडिया, क्षेत्रीय अधिकारी, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड