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खोरी बस्ती अवैध निर्माण: प्रशासन ने कराई मुनादी, मकान की एक-एक ईंट और खिड़कियां-दरवाजे तक ले जाएं लोग, जानिए कारण

जिला उपायुक्त निगमायुक्त व पुलिस उपायुक्त ने कहा कि चूंकि खोरी बस्ती में लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई से मकान बनाए हुए हैं तो सरकार व जिला प्रशासन ने उन्हें मकान की एक-एक ईंट और मकान के खिड़कियां दरवाजे तक ले जाने की भी छूट दे दी है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 08 Jul 2021 01:09 PM (IST)Updated: Thu, 08 Jul 2021 01:09 PM (IST)
खोरी बस्ती अवैध निर्माण: प्रशासन ने कराई मुनादी, मकान की एक-एक ईंट और खिड़कियां-दरवाजे तक ले जाएं लोग, जानिए कारण
खोरी बस्ती में अवैध रूप से मकान बना कर रहने वालों को अपना सामान बचाने का एक अंतिम मौका।

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। खोरी बस्ती में प्रस्तावित अवैध निर्माण ढहाने की कार्रवाई बुधवार को नहीं हो पाई है। ऐसा इसलिए हुआ है कि जिला प्रशासन ने खोरी बस्ती में अवैध रूप से मकान बना कर रहने वालों को अपना सामान बचाने का एक अंतिम मौका और दिया है। बुधवार रात्रि जिला उपायुक्त के कैंप कार्यालय में बुलाई गई आपात पत्रकार वार्ता में जिला उपायुक्त यशपाल यादव, निगमायुक्त डा.गरिमा मित्तल व पुलिस उपायुक्त डा.अंशु सिंगला ने कहा कि चूंकि खोरी बस्ती में लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई से मकान बनाए हुए हैं, तो सरकार व जिला प्रशासन ने उन्हें मकान की एक-एक ईंट और मकान के खिड़कियां दरवाजे तक ले जाने की भी छूट दे दी है। इसके लिए उनके पास बृहस्पतिवार दिन भर का अवसर है।

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जिला उपायुक्त के अनुसार अभी कई लोग अपने मकानों के ताले लगा कर इधर-उधर चले गए हैं। उन्हें कई स्थानीय नेताओं ने गलत फहमी में डाल रखा है कि प्रशासन अवैध निर्माण ढहाने की कार्रवाई नहीं करेगा, पर हम यह स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने सात जून को जो आदेश दिए थे, उन आदेशों का हर हाल में पालन किया जाएगा और 19 जुलाई को छह सप्ताह पूर हो रहे हैं, तो उससे पहले कार्रवाई पूरी करके रिपोर्ट हर हाल में सौंप दी जाएगी। इसलिए स्थानीय लोग किसी भी प्रकार के भ्रम में न रहें, साथ ही हमारा यह भी मानना है कि चूंकि लोगों ने लोगों के बहकावे में आकर अपनी जमा-पूंजी वहां मकान बनाने में लगा दी, तो आज के दिन में एक-एक ईंट की कीमत है। लोग अपने मकान की ईंट, दरवाजे, खिड़कियां, चद्दरें सब कुछ ले जाएं। इसके लिए हम उन्हें पूरा मौका दे रहे हैँ।

प्रशासन की ओर से उन्हें ट्रकों की सुविधा भी दी जा रही है। प्रशासन के सभी अधिकारी वहां मौजूद रहेंगे, उनसे मदद मांगी जा सकती है। डा.गरिमा मित्तल ने कहा कि वो स्वयं वहां मौके पर मौजूद रहेंगी। पुलिस उपायुक्त डा.अंशु ¨सगला ने कहा कि अब तक जिन भूमाफिया के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, उनकी जांच की जा रही है और सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी, अगर कहीं किसी पुलिस कर्मियों की भी संदिग्ध भूमिका मिली, तो वो भी कार्रवाई की जद में आएंगे। उधर बुधवार को जब कार्रवाई नहीं हुई, तो स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली। श्रमिक संगठनों के साथ स्थानीय लोगों ने बुधवार दोपहर पुरानी खोरी बस्ती के अंबेडकर पार्क के बाहर गली में प्रदर्शन किया।

उनकी मांग थी कि पुनर्वास पहले किया जाए, बाद में कार्रवाई की जाए। नई खोरी बस्ती से उठाएंगे सीएंडडी वेस्ट नगर निगम ने नई खोरी बस्ती में पिछले वर्ष 14 सितंबर और इस वर्ष दो अप्रैल को अवैध निर्माण के खिलाफ की कार्रवाई की थी। टूटे हुए मकानों का सीएंडडी वेस्ट (कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन)अभी तक वहीं फैला है। नगर निगम की टीम ने मौके पर जाकर आसपास के क्षेत्र में मौजूद लोगों को समझाया है कि वे खुद सीएंडडी वेस्ट हटवा लें।

मैं पहले सरिता विहार, दिल्ली जाकर घरों में बर्तन, कपड़े धोने का काम करती थी। अब कई महीनों से काम नहीं है। खाने-पीने की दिक्कत है। अब पड़ोसी थोड़ी मदद कर रहे हैं, तो काम चल रहा है।-मीरा, निवासी खोरी बस्ती।पहले मैं मजदूरी करती थी। अब कोई काम नहीं है। इसलिए कठिन दौर चल रहा है।

-सगीरा खान।

मेरे पति का इंतकाल हो गया है। दो बेटियां हैं। घर का गुजारा मुश्किल से हो रहा है।

-अनीसा।


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