Haryana News: कच्चे बांस में पके असमिया चावल खाने का मिलेगा मौका
हरियाणा के फरीदाबाद में लगने वाले सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में असमिया चावल खाने को मिलेंगे। मेले में फूड कोर्ट में थीम स्टेट पूर्वोत्तर के व्यंजनों का स्वाद ले पाएंगे। मेले के प्रबंध निदेशक ने बताया कि हमारे यहां पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की थाली होगी।
अनिल बेताब, फरीदाबाद: देश-विदेश के पर्यटक इस बार तीन से 19 फरवरी तक लगने वाले 36वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले के फूड कोर्ट में थीम स्टेट पूर्वोत्तर के व्यंजनों का स्वाद ले पाएंगे। फूड कोर्ट में पूर्वोत्तर की परंपरागत भोजन की थाली परोसी जाएगी। थीम स्टेट में असम, अरुणाचल, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और सिक्किम के खान-पान के आठ स्टाल होंगे।
हरियाणा पर्यटन निगम ने स्टाल अलाट कर दिए हैं। पूर्वोत्तर कृषि विपणन निगम ने भी अपनी तैयारी को गति देना शुरू कर दिया है। फूड कोर्ट में हर राज्य के अपने स्टाल पर अलग-अलग व्यंजन होंगे। असम तथा अन्य राज्यों में चावल तथा फिश मुख्य व्यंजन है। बांस की लकड़ी में सब्जी मिश्रित चावल पकाया जाता है। ऐसे ही बांस की स्टिक में फिश पकाई जाती है। फिश टमाटर भी असम में बहुत पकाई जाती है।
अरुणाचल, गुवाहटी तथा सिक्किम में बहुत सी चीजें उबाल कर खाई जाती हैं। ऐसे में वहां चावल और आलू अधिक पसंद किए जाते हैं। आलू को सरसों के तेल, प्याज, नमक और धनिया के साथ मिला कर पकाया जाता है। मेघालय के लोगों का मुख्य भोजन मसालेदार नानवेज के साथ चावल हैं। त्रिपुरा में चावल, मछली, चिकन तथा मटन हैं।
हमारे यहां पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की थाली होगी। परंपरागत खान-पान देश-विदेश के पर्यटकों को निश्चित ही पसंद आएगा। -अशोक राजीव, प्रबंध निदेशक, पूर्वोत्तर कृषि विपणन निगम