EXCLUSIVE: काम आई UAE के साथ भारत की दोस्ती, बिना प्रत्यर्पण संधि Kaushal आया हरियाणा
दोनों देशों के मुखियाओं के बीच भी ताजा और सौहार्दपूर्ण मुलाकात का असर भी यूएई के अधिकारियों पर था। इसलिए यूएई की पुलिस ने कौशल को प्रत्यर्पण की कार्रवाई किए बिना सहयोग किया।
फरीदाबाद (बिजेंद्र बंसल)। Gangster Kaushal Arrest: गैंगस्टर कौशल अब हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में है, मगर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से उसे बिना प्रत्यर्पण की कार्रवाई के वापस लाना आसान काम नहीं था। असल में हरियाणा पुलिस को यूएई के साथ भारत की मजबूत होती दोस्ती का नैतिक फायदा मिला।
दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते
सूत्र बताते हैं कि दोनों देशों के मुखियाओं के बीच भी ताजा और सौहार्दपूर्ण मुलाकात का असर भी यूएई के अधिकारियों पर था। इसलिए यूएई की पुलिस ने कौशल को प्रत्यर्पण की कार्रवाई किए बिना फर्जी पासपोर्ट के चलते भारत वापस भेजने में सहयोग किया। वैसे भी कौशल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने अब तक जो कहानी बताई है, वह हर किसी के गले आसानी से नहीं उतर रही है क्योंकि 16 अगस्त की रात में ही दुबई से कौशल को काबू करने की सूचना हरियाणा पुलिस तक आ गई थी। 17 अगस्त को हरियाणा पुलिस के अधिकारियों ने कौशल के काबू में आने संबंधी खबरों का न खंडन किया और न ही पुष्टि।
पुलिस ने 10 दिनों से दुबई में डाला था डेरा
सूत्र बताते हैं कि राज्य पुलिस के अधिकारियों की टीम ने पिछले दस दिनों से दुबई में ही डेरा डाला हुआ था और किसी तरह बिना प्रत्यर्पण कौशल को भारत लाने का प्रयास कर रहे थे। बेशक पुलिस कौशल के बारे में यह भी नहीं बता रही है कि वह कहां से नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा मगर कौशल के पास से बरामद यूएई की मुद्रा इसकी साफ गवाही दे रही है कि वह दुबई से ही आया है। सूत्रों का कहना है कि कानूनी व तकनीकी वजहों से पुलिस कौशल को दुबई से डिपोर्ट किए जाने की बात अधिकारिक रूप से नहीं कह पा रही है।
सीएम की जन आशीर्वाद रैली का भी था दबाव
औद्योगिक नगरी की पहचान दिल्ली-एनसीआर के सबसे सुरक्षित व भयमुक्त शहर के रूप में है, पर विकास चौधरी की हत्या के बाद उद्यमियों व व्यापारियों की चिंता बढ़ गई थी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल तक भी यह बात पहुंच गई थी।
सीएम की यात्रा से पूर्व था गिरफ्तारी का दवाब
सीएम की जन आशीर्वाद यात्र जो पंचकूला से शुरू हुई थी, वो बुधवार 28 अगस्त को फरीदाबाद में प्रवेश करनी है। ऐसे में स्थानीय पुलिस पर यह दबाव था कि गैंगस्टर कौशल की गिरफ्तारी सीएम की यात्र से पूर्व हो जाए।
हरियाणा पुलिस के लिए बेचैनी भरे रहे बीते दस दिन
सूत्रों की माने तो कौशल को दुबई से लाने के लिए बीते दस दिन हरियाणा पुलिस के लिए काफी बेचैनी भरे रहे।पुलिस के आलाधिकारी जानते थे कि यदि यूएई से कौशल का प्रत्यर्पण कराया गया तो यह प्रक्रिया काफी लंबी रहेगी। इसलिए पुलिस की टीम एक ओर जहां कौशल पर पल-पल नजर रखे हुए थी, दूसरी ओर यूएई पुलिस को भी भारतीय दूतावास के माध्यम से तैयार कर रही थी कि वही कौशल को भारत लौटने पर मजबूर कर दे।
चेहरे से झलक गया दर्द
कौशल के गुर्गों तक पहुंचने में एसटीएफ सहित गुरुग्राम व फरीदाबाद पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सोमवार को कौशल को एचआर-20-एपी-7700 नंबर की फॉच्यरूनर कार में सेक्टर-21सी पुलिस आयुक्त कार्यालय में लाया गया। एसटीएफ कर्मियों ने उसे चारों तरफ से घेरा हुआ था। उसे कार से उतारा गया तो खत बनी हुई दाढ़ी, करीने से कटे हुए बाल, साफ धुले हुए कपड़े, चमकता हुआ चेहरा देखकर एकबारगी तो लगा कि गिरफ्तारी का उसे कोई तनाव नहीं है। मगर जैसे ही उसने आगे कदम बढ़ाए तो चाल बेढंगी सी लगी और चेहरे पर दर्द का भाव भी दिखाई दिया। यानी उसे इस बात का एहसास हो गया था कि पुलिस अब उसे वही ट्रीटमेंट देगी जो एक बदमाश को दिया जाना चाहिए।