गैंगस्टर कौशल के मददगार रहे पुलिस अधिकारियों की सांस अटकी, हो सकती है कार्रवाई Faridabad News
गैंगस्टर कौशल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के कुछ अधिकारियों की सांस अटकी हुई हैं। पुलिस के ये अधिकारी गुरुग्राम और दक्षिण दिल्ली में तैनात रहे हैं।
फरीदाबाद [बिजेंद्र बंसल]। गैंगस्टर कौशल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के कुछ अधिकारियों की सांस अटकी हुई हैं। पुलिस के ये अधिकारी गुरुग्राम और दक्षिण दिल्ली में तैनात रहे हैं। इन अधिकारियों के बारे में बताया जा रहा है कि ये कौशल के धंधे में उसके मददगार रहे हैं। पुलिस के इन अधिकारियों की मदद के चलते कौशल बेखौफ अपना रंगदारी का धंधा चलाता था।
कौशल को भी इन अधिकारियों का पूरा सहारा रहता था क्योंकि उसने रंगदारी की कई डील इनकी मदद से सिरे चढ़ाई थी। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि कौशल इन्हीं अधिकारियों से सहयोग के वायदे पर दुबई से स्वदेश लौटा मगर जब राज्य के पुलिस महानिदेशक ने एयरपोर्ट से कौशल को सीधे स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंपा तो उसके हौसले पस्त हो गए हैं।
सिर्फ कौशल ही नहीं बल्कि उसके मददगार रहे पुलिस अधिकारी भी इससे परेशान हैं। पुलिस अधिकारियों की परेशानी का कारण यह है कि यदि कौशल ने एसटीएफ के सामने मुंह खोल दिया तो उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस अधिकारियों के बीच यह बात गुरुग्राम, फरीदाबाद ही नहीं बल्कि दक्षिण दिल्ली में भी खूब चर्चा का विषय बन रही है।
डीजीपी के सीधे हस्तक्षेप से बड़े पुलिस अधिकारी भी हैरान राज्य पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कौशल को पकड़ने के लिए जिस तरह व्यक्तिगत रुचि ली, उससे भी कौशल के मददगार पुलिस अधिकारी परेशान हैं। इन अधिकारियों को जानने वाले बताते हैं कि पहले तो इन्हें यह उम्मीद थी कि कौशल पकड़े जाने के बाद उन्हीं के पास आएगा मगर पुलिस महानिदेशक ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया।
सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने एसटीएफ को यह निर्देश भी दिया है कि उन पुलिस अधिकारियों के चेहरे बेनकाब किए जाएं जिन्होंने कौशल की मदद की थी। चाहे वे फिलहाल कहीं भी तैनात हों। बता दें, राज्य के पुलिस महानिदेशक बनने से पहले यादव केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति में थे।