Faridabad Crime: 'मेरे बेटे को ही गोली क्यों लगी', आर्यन के पिता ने कहा- गोरक्षकों को क्या हत्या करने का है अधिकार?
Faridabad Crime News फरीदाबाद में एक छात्र की गोली मारकर हत्या के मामले में मृतक के पिता ने कई सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि कार में केवल उनके बेटे को ही गोली कैसे लगी जबकि बाकी किसी को खरोंच तक नहीं आई। उन्होंने यह भी सवाल किया है कि कार सवार लोगों ने पुलिस को सूचित क्यों नहीं किया।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। 23 अगस्त आधी रात को हाईवे पर छात्र आर्यन मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में मृतक के पिता सियानंद मिश्रा ने कई सवाल उठाए हैं। बड़ा सवाल यह भी है कि कार में केवल उनके बेटे को ही गोली कैसे लगी, जबकि बाकी किसी को खरोंच तक नहीं आई।
दूसरा कार सवार लोगों ने पुलिस को क्यों नहीं सूचित किया। अगर समय रहते पुलिस को बता देते तो उनके बेटे की जान नहीं जाती। मिश्रा ने कहा कि क्या गोरक्षकों को कानून हाथ में लेने का अधिकार है? यदि कोई मामला संदिग्ध भी है तो वह किसी पर गोली कैसे चला सकते हैं।
गहनता से हो जांच
उन्होंने क्राइम ब्रांच से मामले की गहनता से जांच करने की गुहार लगाई है। साथ ही उस दौरान कार में जो लोग सवार थे, उनसे भी पूछताछ के लिए कहा है। आरोपितों की दो गोली पांच नंबर में श्वेता गुलाटी के मकान में किराये पर रहने वाले छात्र आर्यन मिश्रा को लग गई थी। इससे इसकी मौत हो गई थी।
चार लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में पर्वतीय कॉलोनी निवासी अनिल कौशिक, वरुण, सेक्टर-23 निवासी आदेश, खेड़ी निवासी कृष्ण व सौरभ को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपितों ने पुलिस को बताया था कि वह गोरक्षक हैं और गोतस्करी की सूचना पर उन्होंने आर्यन वाली कार का वर्धमान मॉल के पास से पीछा किया था।
आरोपी बोले- कार तेजी से भगाई
आर्यन वाली कार के चालक ने कार तेज गति से भगा दी थी, इसलिए उनका शक और पक्का हो गया। रास्ते में गोली चलाई, जिससे आर्यन की मौत हो गई। उधर आर्यन वाली कार में जानलेवा हमले का आरोपित पांच नंबर निवासी शैंकी परिवार सहित बैठा था।
वह डर गए थे, इसलिए कार नहीं रोकी क्याेंकि शैंकी की रंजिश एनआइटी एक नंबर के रहने वाले कुछ लोगों से थी। उन्होंने सोचा कि यह वही लोग हैं या फिर पुलिस उसे पकड़ना चाहती है। क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 के प्रभारी पंकज के अनुसार मामले में पूरी पूछताछ हो चुकी है। गोतस्करी के शक में यह हादसा हुआ है।