Haryana Drugs News: पूजा बनना चाहती थी ड्रग्स क्वीन, 27 महिलाओं ने पुलिस पूछताछ में खोले कई राज
फरीदाबाद जिले में नशा तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए छापेमारी भी की जा रही है लेकिन इसके लिए और अधिक मुस्तैदी से काम करना होगा। इस धंधे में महिलाओं को भी मोहरा बनाया जा रहा है।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। कानूनी पेंचिदगियों का फायदा उठाने के लिए जिले में अवैध रूप से नशीले पदार्थ बेचने की बागडोर महिलाओं ने संभाली ली है। बड़े स्तर पर महिलाएं इस धंधे में शामिल हो रही हैं। पिछले दिनों फरीदाबाद की विभिन्न क्राइम ब्रांचों ने नशीले पदार्थों की बिक्री के आरोप में कई महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
पूजा बनना चाहती थी ड्रग्स क्वीन
इनमें सबसे प्रमुख नाम सेकटर-22 मछली मार्केट में सबसे बड़े नशा तस्कर रहे बिजेंद्र उर्फ लाला की साली पूजा का नाम शामिल है। पूजा तो ड्रग्स क्वीन बनना चाहती थी। इसके लिए वह ड्रग्स के धंधे में पूरी तरह से उतर चुकी थी। अब जाकर फरीदाबाद में क्राइम ब्रांच एनआइटी ने उसे गिरफ्तार किया।
नौ महीने में 166 तस्कर काबू, इनमें 27 महिलाएं
जिले में नशे की तस्करी करने वाले गिरोह में महिलाओं की तादाद काफी है। इस वर्ष के नौ महीने में पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले 166 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 27 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि महिलाएं न केवल बैठकर नशीले पदार्थ बेच रही हैं बल्कि आसपास के एरिया में भी सप्लाई करती है। नशे की खपत में महिलाएं सबसे बड़ी पैडलर हैं।
पुलिस ने नौ महीने में ये मादक पदार्थ किए बरामद
पुलिस ने इस वर्ष के नौ महीने में नशीला पदार्थ की तस्करी करने वाले 115 लाेगाें के खिलाफ केस दर्ज कर 166 को गिरफ्तार किया है। इनसे दो किलो अफीम, 12 किलो चरस, डेढ़ किलो स्मैक, 429 किलोग्राम गांजापत्ती, साढ़े 3 किलो हेरोइन बरामद की है। नशे की इन खेप की कीमत करोड़ों रुपए में है।
पूरे प्रयास कर रहे हैं, अब नई टीमें बना मारेंगे छापे
विकास अरोड़ा (पुलिस आयुक्त फरीदाबाद) का कहना है कि शहर को नशा मुक्त करने के लिए पुलिस की ओर से पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। इन एरिया में कई बार पुलिस सर्च अभियान चला चुकी है। अब फिर इन एरिया को फोकस करते हुए पुलिस की टीमें गठित कर छापेमारी की जाएगी।