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फरीदाबाद नगर निगम: भ्रष्टाचार के आरोप में निगम का लेखा अधिकारी निलंबित

नगर निगम के लेखा अधिकारी विशाल कौशिक को ठेकेदारों को काम के बदले अधिक भुगतान कराए जाने के आरोप में निलंबित किया गया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 08:17 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 08:23 PM (IST)
फरीदाबाद नगर निगम: भ्रष्टाचार के आरोप में निगम का लेखा अधिकारी निलंबित
फरीदाबाद नगर निगम: भ्रष्टाचार के आरोप में निगम का लेखा अधिकारी निलंबित

फरीदाबाद [अनिल बेताब]। नगर निगम के लेखा अधिकारी विशाल कौशिक को ठेकेदारों को काम के बदले अधिक भुगतान कराए जाने के आरोप में निलंबित किया गया है। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन राय की ओर से इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए हैं। 

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निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग ने विशाल कौशिक के निलंबन की पुष्टि की है। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व सीएम विंडो, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल बिज, डीजीपी विजिलेंस तथा निगमायुक्त को शिकायत दी गई थी कि कुछ वर्षों में नगर निगम की अकाउंट शाखा की ओर से ठेकेेदारों को 80 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।जबकि ठेकेदारों ने 30 करोड़ का काम किया था। मतलब 50 करोड़ रुपये ठेकेदारों को बिना काम के दे दिए। 22 जुलाई को एक और शिकायत आई कि कई कर्मचारी निगम सभागार में शाम को शराब पी रहे थे। इस मामले में

भी विशाल कौशिक की शिकायत निगमायुक्त डॉ.यश गर्ग तक पहुंची थी। शिकायत में विशाल कौशिक पर भी आरोप था कि वह भी शराब पी रहे थे। नगर निगम के एनआइटी के संयुक्त प्रशांत अटकान इस मामले की जांच कर रहे हैं।

लेखा अधिकारी पर पहले भी लगते रहे हैं कई आरोप

ठेकेदारों की ओर से पहले भी लेखा अधिकारी विशाल कौशिक पर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं। अब चावला काॅलोनी, बल्लभगढ़ निवासी नीरज ने पिछले दिनों शिकायत देकर प्रदेश सरकार को उन ठेकेदारों का ब्यौरा दिया था, जिनको निगम ने 80 करोड़ का भुगतान किया है। काम हुआ था 30 करोड़ का। दूसरी तरफ अकाउंट शाखा की शिकायत आने पर निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग ने ठेकेदार को अधिक भुगतान किए जाने के मामले की जांच अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान को सौंप दी है।

निगम मुख्यालय बना शराब पीने का अड्डा

- 25 अक्टूबर, 2017 को नगर निगम मुख्यालय में 5 कर्मचारी शराब पीते पकड़े गए थे। इन्हें निलंबित कर दिया गया था।

- इस वर्ष 21 जनवरी को नगर निगम की नर्सरी में चार कर्मचारी शराब पीते हुए पकड़े गए थे। निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग तक शिकायत पहुंची, तो मौके पर संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान पहुंचे थे। शराब पीने के साथ मीट खाते हुए इन कर्मचारियों की फोटो एनआइटी के संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान ने अपने मोबाइल फोन में कैद कर ली थी, हालांकि बाद में कर्मचारियों की ओर से गलती मान लेने पर माफ कर दिया गया था।

- अब 22 जुलाई को नगर निगम के पिछले हिस्से में निगम सभागार परिसर में कई कर्मचारियों के शराब पीने की शिकायत निगमायुक्त डा.यश गर्ग तक पहुंची है। निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग के आदेश पर एनआइटी के संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान मामले की जांच कर रहे हैं। विशाल कौशिक पर भी निगम सभागार परिसर में शराब पीने का आरोप है।

- कई बार नगर निगम मुख्यालय परिसर के डस्टबिन में शराब व बीयर की बोतलें भी पड़ी मिलती हैं।

अधिकारी ने कहा

लेखा अधिकारी विशाल काैशिक के निलंबित किया गया है। इसके कारणों बारे वह कुछ नहीं कह सकते हैं। ठेकेदारों को अधिक भुगतान के मामले की जांच चल रही है।

डा. यश गर्ग, निगमायुक्त।


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