स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारी: मीटिंग में निगमायुक्त डा. यश गर्ग ने जताई नाराजगी
निगमायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शहर को स्वच्छ बनाने की है। इकोग्रीन की लापरवाही सामने आई तो आगे भी कार्रवाई की जाएगी। इकोग्रीन के सहायक महाप्रबंधक अनंतनाथ ने कहा कि कमियों को दूर किया जा रहा है।
फरीदाबाद [अनिल बेताब]। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारी के चलते आयोजित बैठक में निगमायुक्त डा. यश गर्ग ने इकोग्रीन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई। जगह-जगह खत्तों पर फैल रहे कचरे को लेकर उन्होंने सुधार करने को कहा। विभिन्न क्षेत्रों के शौचालयों की दुर्दशा पर भी चर्चा की गई।उन्होंने इकोग्रीन के अधिकारियों से सवाल किया कि जब खत्तों की हालत ठीक नहीं होगी, घर-घर से कचरा समय पर नहीं उठेगा, तो स्वच्छता के मामले में शहर अव्वल कैसे आएगा।
बता दें कि नए वर्ष में जनवरी में स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने वाला है। इस दौरान केंद्र की टीम ने शौचालयों की व्यवस्था देखनी है, तो पब्लिक से फीडबैक भी लिया जाएगा। घर-घर से कचरा एकत्र करने के मामले में शहर की क्या स्थिति है। गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करके एकत्र हो रहा है या नहीं। शहर का जायजा लेने के बाद ही शहर को स्वच्छता के मामले में रैंकिंग दी जाएगी। स्वच्छ भारत मिशन के लीडर आदित्य शर्मा ने पिछले दिनों शौचालयों का जायजा लेकर डा. यश गर्ग को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट के अनुसार कई शौचालयों में पानी नहीं था। कई शौचालयों की खिड़कियां टूटी हुई थीं। इन सभी कमियों को ध्यान में रखते हुए निगमायुक्त डा. यश गर्ग ने बैठक बुलाई थी। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त इंदजीत, इकोग्रीन के सहायक महाप्रबंधक अनंतनाथ, वरिष्ठ प्रबंधक मनीष अग्रवाल, विनोद देवधर के साथ नगर निगम के एसडीओ सुरेंद्र खट्टर तथा मौजूद रहे। इकोग्रीन के सहायक महाप्रबंधक अनंतनाथ ने कहा कि कमियों को दूर किया जा रहा है।
सड़कों पर कचरा फैलाने के मामले में बरती लापरवाही, तो लगा 6.25 लाख का जुर्माना
सड़कों पर कचरा फैलाने तथा घर-घर से कचरा उठाने के मामले में लापरवाही बरतने पर इकोग्रीन पर 6.25 लाख का जुर्माना किया गया है। नगर निगम की ओर से यह कार्रवाई की गई है। स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुए स्वच्छ भारत मिशन(एसबीएम)का कार्यभार देख रहे एसडीओ सुरेंद्र खट्टर तथा एसबीएम के लीडर आदित्य शर्मा इकाेग्रीन के वाहनों की निगरानी कर रहे हैं। इकोग्रीन के करीब 250 वाहन घर-घर से कचरा एकत्र कर रहे हैं। शहर से प्रतिदिन करीब 800 टन कचरा एकत्र किया जाता है। इस कचरे को बंधवाड़ी प्लाटं तक पहुंचाया जाता है।
इकोग्रीन के वाहन जीपीएस(ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम)से जुड़े हैं। पिछले दिनों जब एसडीओ सुरेंद्र खट्टर ने घर-घर से कचरा एकत्र करने के कार्य का जायजा लिया, तो पता चला कि करीब 60 हजार घरों में इकोग्रीन के वाहन गए ही नहीं। ऐसे ही शहर से बंधवाड़ी प्लांट जाने वाले वाहनों की स्थिति देखी गई, तो यह बात सामने आई कि कई वाहन सड़कों पर कचरा फैलाते हुए जाते हैं, जबकि वाहन पूरी तरह ढके होने चाहिए। निगमायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शहर को स्वच्छ बनाने की है। इकोग्रीन की लापरवाही सामने आई, तो आगे भी कार्रवाई की जाएगी।
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