Move to Jagran APP

उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा में भी टूटा बसपा का गठबंधन, राजकुमार सैनी पर जड़े ऐसे आरोप

बहुजन समाज पार्टी का उत्‍तर प्रदेश के बाद हरियाणा में भी गठबंधन टूट गया है। हरियाणा में बसपा का राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से गठजोड़ था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 08:47 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jun 2019 08:51 AM (IST)
उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा में भी टूटा बसपा का गठबंधन, राजकुमार सैनी पर जड़े ऐसे आरोप
उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा में भी टूटा बसपा का गठबंधन, राजकुमार सैनी पर जड़े ऐसे आरोप

नई दिल्‍ली/फरीदाबाद, [बिजेंद्र बंसल]। लोकसभा चुनाव में हार के बाद बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा में भी अपने गठबंधन साथी दल लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) से नाता तोड़ लिया है। बसपा ने फरीदाबाद में लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक में गठबंधन तोड़ने का निर्णय किया। पार्टी ने इस दौरान अपने गठबंधन साथी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रधान राजकुमार सैनी पर गंभीर आरोप लगाए।

loksabha election banner

बसपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. मेघराज ने राजकुमार सैनी पर भाजपा की मदद के आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि बसपा हरियाणा में विधानसभा चुनाव अकेले के दम पर लड़ेगी। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारती, लोकसभा जोन के प्रभारी डॉक्टर महेश, फरीदाबाद लोकसभा प्रभारी मनधीर सिंह मान, फरीदाबाद जिला अध्यक्ष रतिराम, पलवल जिला अध्यक्ष कमल गौतम के अलावा सभी नौ विधानसभाओं के अध्यक्ष समेत मुख्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

बसपा प्रदेश प्रभारी ने लोसुपा नेता राजकुमार सैनी पर लगाए भाजपा की मदद के आरोप
राज्य में लोकसभा चुनावों में 10 सीटों से 7 सीटों पर बसपा-लोसपा गठबंधन तीसरे नंबर पर रहा। बसपा के हारे हुए नेताओं ने प्रदेश प्रभारी को बताया कि जहां से गठबंधन में बसपा के उम्मीदवार खड़े थे वहां लोसुपा कार्यकर्ताओं ने प्रचार तक नहीं किया।
--------------------
हार के लिए सैनी के विवादित बयानों को ठहराया जिम्मेदार
समीक्षा बैठक करने फरीदाबाद पहुंचे बसपा के प्रदेश प्रभारी डॉ मेघराज ने बहुजन समाज पार्टी के नेताओं द्वारा बार-बार समझाने के बाद भी राजकुमार सैनी विवादित बयान देते रहे। इसकी वजह से पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। डॉ. मेघराज ने कहा कि राजकुमार सैनी की पार्टी के पास पूरे हरियाणा में कहीं भी कॉडर मतदाता नहीं थे। बसपा सुप्रीमो मायावती की तरफ से केवल लोकसभा चुनावों के लिए राजकुमार सैनी से गठबंधन किया था, लेकिन जिस तरह के चुनाव परिणाम आए हैं, उसके बाद इस गठबंधन को तोड़ा जा रहा है।
---------------------
बसपा अकेले लड़ेगी विधानसभा चुनाव
बसपा के प्रदेश प्रभारी डा. मेघराज ने स्पष्ट किया कि आने वाले हरियाणा के विधानसभा चुनावों में पार्टी 90 विधानसभा सीटों पर एकला चलो की नीति पर चलते हुए अकेले चुनाव लड़ेगी।  विधानसभा चुनावों को लेकर डॉक्टर मेघराज ने साफ संदेश देते हुए कहा कि पार्टी में कर्मठ कार्यकर्ताओं को ही आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। लोकसभा चुनावों से पहले हुए बसपा-लोसुपा गठबंधन में हालांकि 55-35 का फार्मूला विधानसभा चुनावों के लिए तय किया गया था। यानि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से 55 सीटों पर लोसुपा व 35 सीटों पर बसपा के चुनाव लड़ने के समझौते पर मुहर लगाई गई थी।

हरियाणा में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी ने इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन तोड़ दिया था। इनलो की पारिवारिक टूट का हवाला देकर बसपा ने यह गठबंधन तोड़ा था। लोकसभा चुनावों में इस गठबंधन के तहत हरियाणा की 10 सीटों में से 8 पर जहां बसपा ने अपने प्रत्याशी उतारे थे वहीं लोसुपा प्रत्याशी ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा।
---------
अंबाला में जीती थी बसपा पहली बार
हरियाणा में 8 बार लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुकी बहुजन समाज पार्टी को लोकसभा चुनाव में सन 1998 में पहली बार 21 साल पहले कड़े मुकाबले के बाद पहली और अभी तक आखिरी जीत नसीब हुई थी। सन 1998 में सुरक्षित संसदीय सीट अंबाला से बसपा प्रत्याशी अमन कुमार नागरा ने भाजपा प्रत्याशी सूरजभान को कड़ी टक्कर देते हुए मात्र 2864 वोटों के अंतर से हराया था। इससे पहले 1989 में बसपा ने पहली बार 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था और कुल मतदान में से 1.62 प्रतिशत वोट हासिल किया था।

सन 1991 में बसपा 1 ही सीट पर चुनाव लड़ी और 1.79 प्रतिशत वोट पाए। इसी तरह बसपा ने सन 1996 में 6 सीटों पर चुनाव लड़कर 6.59 प्रतिशत, सन 1998 में 3 सीटों पर चुनाव लड़ 7.68 प्रतिशत, सन 1999 में 3 सीटों पर चुनाव लडक़र 1.96 प्रतिशत, सन 2004 में 10 सीटों पर चुनाव लडक़र 4.98 प्रतिशत, सन 2009 में 10 सीटों पर चुनाव लडक़र 15.75 प्रतिशत और सन 2014 में 10 सीटों पर चुनाव लडक़र 4.60 प्रतिशत वोट हासिल किए थे।
-----------------
प्रदेश के बसपा नेता बेचना चाहते हैं टिकट : सैनी
पूर्व सांसद सैनी एवं लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी ने हरियाणा में बसपा-लोसुपा गठबंधन टूटने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार बसपा कार्यकर्ता उनके संपर्क में रहकर के स्थानीय नेताओं की पोल खोल रहे थे। लेकिन, आज भी दलित समाज भारी संख्या में लोसुपा के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी हमेशा दलितों, पिछड़ों, गरीब, शोषित, वंचित वर्ग के लोगों के लड़ाई लड़ती रहेगी  

राजकुमार सैनी ने कहा कि दलित समाज की हिस्सेदारी नौकरियों में 23 प्रतिशत की बजाए 11 प्रतिशत है, जिसको वह पूरा करवा कर रहेंगे। उन्होंने हरियाणा के बसपा नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय बसपा नेता अपने स्वार्थोंं की पूर्ति के लिए समाज को बेचना चाहते हैं जोकि हम होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी ने जींद चुनाव में भी अकेले अपने दम पर सम्मानजनक वोट हासिल किए थे तथा आगामी विधानसभा चुनावों में भी निश्चित तौर वे जीत दर्ज करेंगे।
 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.