बड़खल झील की बदलेगी सूरत, यहां पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने भी लगाए थे पौधे
हरियाणा पर्यटन विभाग के पर्यटक स्थल बड़खल झील आम और खास आदमी का पसंदीदा स्थल होने के साथ-साथ स्व. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी पसंदीदा स्थल रहा है।
फरीदाबाद [सुशील भाटिया]। दो दशकों से सूखी पड़ी बड़खल झील को गुलजार करने की घड़ी नजदीक आ गई है। इसी माह के अंत में सूख कर मैदान बन चुकी झील को पानी से भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह काम तीन चरणों में होगा, जिसे सिंचाई विभाग, स्थानीय निकाय और हरियाणा पर्यटन विभाग संयुक्त रूप से पूरा करेंगे।
मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के मुख्य सचिव डीएस ढेसी की अध्यक्षता में इस बाबत महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें बड़खल विधानसभा की विधायक सीमा त्रिखा, सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वीएस कुंडू, जिला उपायुक्त समीरपाल सरो, निगमायुक्त सोनल गोयल और सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता संदीप तनेजा मौजूद थे। बैठक में ही योजना को सिरे चढ़ाने का खाका तैयार किया गया।
पहले चरण में आगरा नहर से लाया जाएगा पानी
योजना के तहत पहले चरण में आगरा नहर से छह किलोमीटर की पाइप लाइन बिछा कर झील स्थल तक लाई जाएगी, वहां से पानी लाकर मैदान में भरा जाएगा। इस पानी से यह तय होगा कि सूखी जमीन ने कितना पानी सोखना है। जब यह तय हो जाएगा कि झील वाला भू-भाग पानी पूरी तरह से सोख चुका है, तब उसके बाद इसमें साफ पानी छोड़ा जाएगा।
स्मार्ट सिटी में शामिल है बड़खल झील की परियोजना
दूसरे चरण में बड़खल झील को भरने के लिए इसे स्मार्ट सिटी का हिस्सा बनाया गया। इसके लिए सेक्टर-21 में 79 करोड़ रुपये की लागत से जो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगना है, उससे साफ किया हुआ पानी बड़खल झील में भरा जाएगा। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ही इसे स्मार्ट सिटी में शामिल करवाया था।
तीसरे चरण में खोले जाएंगे पुराने स्रोत
परियोजना के तीसरे चरण में जिन स्रोतों से पूर्व में बड़खल झील में पानी आता था और अब वो वर्षों से बंद हैं, तो उन स्त्रोतों को खोलने पर काम होगा और जिन स्त्रोतों से झील का पानी बाहर चला जाता था और इस कारण से वो सूख गई, उन्हें बंद किया जाएगा।
सीमा त्रिखा ने सीएम के समक्ष रैली में रखी थी मांग
अपने क्षेत्र की जनता की मांग और स्वयं भी बड़खल झील के सौंदर्य की मुरीद सीमा त्रिखा ने इसके पुराने स्वरूप को वापस लौटाने की मांग मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष बड़खल विधानसभा क्षेत्र में सात जून-2015 को हुई रैली में रखी थी। सीएम मनोहर ने तब इस योजना की बाबत अधिकारियों से चर्चा कर इसे मंजूर कर लिया था। उसी के बाद से ही इस झील को फिर से भरने के तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू हो गया था।
पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का रहा है पसंदीदा पर्यटक केंद्र
हरियाणा पर्यटन विभाग के पर्यटक स्थल बड़खल झील आम और खास आदमी का पसंदीदा स्थल होने के साथ-साथ स्व. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी पसंदीदा स्थल रहा है। आयरन लेडी अक्सर बड़खल झील आती थीं और वहां उन्होंने पौधे भी रोपे थे।
बड़खल विधानसभा क्षेत्र की विधायक सीमा त्रिखा का कहना है कि झील के फिर से गुलजार होने का सपना हर उस इंसान का है, जो प्रकृति की सुंदरता को निहारता है, उसकी कद्र करता है। झील में जब पानी था और लोग नौका विहार भी करते थे, तब हर जाति, धर्म, वर्ण के लोग बिना किसी भेदभाव के यहां आते थे और मनोरम दृश्यों को अपनी आंखों में कैद करते थे।
त्रिखा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हमारी मांग को मान कर पुराने दिनों को लौटाने का काम किया है और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल ने स्मार्ट सिटी में इसे शामिल करा जो सहयोग दिया है, उसका न सिर्फ बड़खल विधानसभा क्षेत्र की, बल्कि पूरे फरीदाबाद लोकसभा संसदीय क्षेत्र की जनता आभारी रहेगी। यह ऐसा बड़ा काम होने जा रहा है, जिसके बारे में पूर्व की सरकारों ने कभी सोचा भी नहीं।
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