साढ़े चार माह बाद भी तय नहीं, कब होगी बैठक
साढ़े चार महीने बीत जाने के बाद भी नगर निगम सदन की बैठक तय नहीं की गई है। इसके चलते कई पार्षदों में रोष है। पार्षदों का कहना है कि बैठक न होने से अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अभी बैठक की तारीख तय नहीं है, लेकिन पार्षदों ने अपने-अपने मुद्दे तय कर लिए हैं और अधिकारियों से जवाब-तलबी करने की तैयारी भी। बैठक में सीवर, पानी, सफाई और अवैध निर्माण का मुद्दा उठेगा। ईकोग्रीन कंपनी की कार्यप्रणाली पर भी कई पार्षद अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : साढ़े चार महीने बीत जाने के बाद भी नगर निगम सदन की बैठक तय नहीं की गई है। कई पार्षदों में रोष है। पार्षदों का कहना है कि बैठक न होने से अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अभी बैठक की तारीख तय नहीं है, लेकिन पार्षदों ने अपने-अपने मुद्दे तय कर लिए हैं और अधिकारियों से जवाब-तलबी करने की तैयारी भी। बैठक में सीवर, पानी, सफाई और अवैध निर्माण का मुद्दा उठेगा। ईकोग्रीन कंपनी की कार्यप्रणाली पर भी कई पार्षद अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
बता दें कि दिवाली से पहले सदन की बैठक बुलाने की तैयारी कर ली गई थी। पता चला कि विकास कार्यों में देरी के मुद्दों पर अधिकारियों के पास जवाब तैयार नहीं हैं। इसके चलते उस वक्त बैठक रद कर दी गई थी। पिछली बैठक 25 जून को हुई थी। नगर निगम सदन की बैठक न होने से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। बैठक न होने से सही तरीके से समीक्षा नहीं हो पाती।
-विकास भारद्वाज, पार्षद, वार्ड-17 डबुआ कालोनी ई ब्लाक में सीवर लाइन का काम होना था। करीब 15 लाख की लागत के इस काम की घोषणा मुख्यमंत्री ने डेढ़ वर्ष पहले की थी। अब तक काम नहीं हो पाया। मैं सदन में इस मुद्दे को उठाऊंगी।
-ममता चौधरी, पार्षद, वार्ड-8 सदन की बैठक तो हर महीने होनी चाहिए। मैं साथी पार्षदों और अधिकारियों से बातचीत करूंगा, ताकि आने वाले दिनों में सिस्टम बेहतर हो सके। बैठक होगी, तभी तो समीक्षा हो पाएगी कि शहर में विकास कार्यों की गति कैसी है।
-मनमोहन गर्ग, उप महापौर। बैठक तो हरहाल में होनी चाहिए। मैंने निगमायुक्त महोदय से इस बारे बातचीत की है। मेरी कोशिश रहेगी कि आगे से सदन की बैठक में देरी न हो।
-देवेंद्र चौधरी, वरिष्ठ उप महापौर। -हम शहर के विकास को लेकर गंभीर हैं। विकास कार्यो में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। महापौर जो तारीख तय करेंगी, उसी दिन बैठक होगी।
-मोहम्मद शाइन, निगमायुक्त। मैं कोशिश कर रही हूं कि सप्ताह भर में सदन की बैठक बुला ली जाए। हर पार्षद के मुद्दे को प्रमुखता से लिया जाएगा। इस बारे निगमायुक्त से भी बातचीत की है।
-सुमन बाला, महापौर।