सेलेब्रिटी बनने का हो रहा अहसास, जीती रकम बेटियों के नाम : अंजू रानी
जब से मैं कौन बनेगा करोड़पति से 3.20 लाख रुपये जीत कर आई हूं तब से सेलीब्रेटी होने का अहसास हो रहा है।
सुशील भाटिया, फरीदाबाद : जब से मैं कौन बनेगा करोड़पति से 3.20 लाख रुपये जीत कर आई हूं और आस-पड़ोस, यूनिट के लोग जब पूछते हैं कि आप ही हाटसीट पर अमिताभ बच्चन के सामने बैठी थीं, तब से एक सेलेब्रिटी होने का अहसास हो रहा है और मुझे इस बात की भी बेहद खुशी है कि सदी के महानायक से रूबरू होकर बात करने, उनसे मिलने का सपना पूरा हो गया। कुछ इस तरह से बातचीत की शुरुआत की, बृहस्पतिवार रात को केबीसी में आकर चर्चित हुई महिला अंजू रानी ने।
डीएलएफ औद्योगिक क्षेत्र में एक गारमेंटस इकाई में क्वालिटी एश्योरेंस प्रबंधक के पद पर कार्यरत अंजू रानी ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में कहा कि पिछले 20 वर्ष से केबीसी देख रही थीं। लाकडाउन के दौरान जब घर पर थीं, तो केबीसी की लाइनें खुली। हमने भी मई माह में प्रयास किया, पहला ही प्रयास था और सफल हो गई। छोटी दीवाली वाले दिन फोन आया कि उनका केबीसी में चयन हो गया है। इसके बाद तो हमारी खुशी का ठिकाना ही नहीं था, क्योंकि उससे पहले तो ऐसा लग रहा था कि शायद चयन नहीं हुआ, पर जब शूटिग के लिए टीम घर पर आई तब वास्तव में यकीन हुआ। खैर तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं मिला, पर मुझे अपने सामान्य ज्ञान पर यकीन था। चयन होने के बाद करंट अफेयर्स व इतिहास से संबंधित पुस्तकें पढ़ीं, जो काम आ गया। मुंबई में भी जब सप्ताह के चौथे दिन की शुरुआत में फास्टेस्ट फिगर फर्स्ट में नंबर नहीं आया, तो फिर उदास व निराशा के भाव आ गए। खैर अंतत: हाटसीट पर आने में सफल रही और सपना साकार हो गया। 6.40 के सवाल पर उलझ गईं
अंजू रानी के समक्ष अमिताभ बच्चन ने 6.40 का सवाल इंदिरा गांधी से जुड़ा हुआ रखा, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश द्वारा उन पर लिखी गई किताब से संबंधित था। इस सवाल के जवाब में एक बार अंजू रानी ने सही जवाब की ओर संकेत भी कर दिया, पर सही पर जाते-जाते गलत जवाब दे दिया, जबकि उनकी एक लाइफ लाइन भी बची हुई थी। अंजू रानी कहती हैं कि डिप्रेशन में वो पहले से थीं, अपने आप को सहज नहीं कर पाई थीं, जाने क्यों सही जवाब देते-देते गलत कर बैठी। खैर उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि मुंबई में सदी के महानायक से मिलने का अवसर मिला। दीवाली की खुशियां दोगुनी हो गई, उनके हाथों से 3.20 लाख रुपये का चेक मिल गया। इस राशि का क्या करेंगी के सवाल पर कहा कि दीवाली के दिनों में हमारी शादी की वर्षगांठ भी थी। पतिदेव के साथ गई थी, इसलिए उनको तो मुंबई की सैर करवा दी, बाकी राशि दोनों बेटियों के नाम करूंगी। अंजू रानी को बड़ी बेटी अंशिका के लिए पांच लाख रुपये की स्कालरशिप भी मिली। 55 साड़ियां, ढेरों सूट्स व टॉप्स
नए-नए कपड़े खरीदने व पहनने की शौकीन अंजू रानी से जब उनके पास मौजूद कपड़ों की संख्या पूछी गई, तो हंसते हुए कहा कि उन्हें हमेशा से ही अच्छा दिखने का चाव रहा है, इसलिए उनके पास 55 साड़ियां, 25 पेंट्स-जीन्स, 150 टॉप्स, 35 सूट्स हैं और पिछली बार कौन सा सूट या साड़ी कब पहने नजर आई थी, यह उन्हें खुद भी नहीं पता।