जातिवाद से बाहर निकलकर बनाएं मोदी को पीएम: कलराज मिश्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने राज्य की पहली विजय संकल्प सभा में कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश देते हुए कहा कि वे धर्म जातिवाद से ऊपर उठकर देशहित में दोबारा नरेंद्र भाई मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लें। मिश्र ने सभा में हंगामा करने वाले कार्यकर्ताओं को कड़े शब्दों में नसीहत देते हुए कहा कि जहां टूटन होती है वहां पराजय होती है और जहां एकजुटता होती है वहां जीत। कार्यकर्ताओं को एकजुट के भाव से ही काम करना चाहिए। उन्होंने एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि सैनिक जब देश की रक्षा के लिए सीमा पर शहीद होता है तो उसकी कोई जाति नहीं होती वह सिर्फ देश का वीर सैनिक होता है। मौजूदा समय में देश की जरूरत है कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बने। इसलिए कार्यकर्ता उसे ही वोट दें जिसे कमल का चुनाव मिले।
पार्टियों की रणनीति :
-विजय संकल्प सभा में कार्यकर्ताओं को दिया बड़ा संदेश बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद : पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने राज्य की पहली विजय संकल्प सभा में कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश देते हुए कहा कि वे धर्म, जातिवाद से ऊपर उठकर देशहित में दोबारा नरेंद्र भाई मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लें। मिश्र ने सभा में हंगामा करने वाले कार्यकर्ताओं को कड़े शब्दों में नसीहत देते हुए कहा कि जहां टूटन होती है, वहां पराजय होती है और जहां एकजुटता होती है, वहां जीत। कार्यकर्ताओं को एकजुट के भाव से ही काम करना चाहिए।
उन्होंने एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि सैनिक जब देश की रक्षा के लिए सीमा पर शहीद होता है तो उसकी कोई जाति नहीं होती, वह सिर्फ देश का वीर सैनिक होता है। मौजूदा समय में देश की जरूरत है कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बने। इसलिए कार्यकर्ता उसे ही वोट दें जिसे कमल का चुनाव मिले। ऐसे हुई हंगामे की शुरुआत
विजय संकल्प सभा में बल्लभगढ़ से भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा अपने संबोधन में बोले कि आपने पिछले चुनाव में चौधरी कृष्णपाल गुर्जर को 6.50 लाख मतों के अंतर से जिताया तो उन्होंने पूरे क्षेत्र के विकास के लिए कई बड़े काम किए। कृष्णपाल गुर्जर को दोबारा जिताने के लिए कार्यकर्ताओं को एक बार फिर संकल्प लेना चाहिए। इसी बीच एक कार्यकर्ता उठे और बोले- पंडितजी, मोदीजी की बात करो, कृष्णपाल गुर्जर को छोड़ो। हमारे वोट मोदीजी को हैं, कृष्णपाल गुर्जर को नहीं।
असल में इन कार्यकर्ताओं का ज्यादा विरोध मूलचंद शर्मा द्वारा कृष्णपाल की जीत के आंकड़े गलत बताने पर था। बस फिर क्या था, कार्यकर्ताओं ने अपनी सीट से उठकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र के सामने ही कृष्णपाल के विरोध में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में नारेबाजी की। हंगामे और विरोध को देखते हुए भाजपा के रणनीतिकारों ने मंच से कृष्णपाल गुर्जर का संबोधन कराना भी उचित नहीं समझा। सीधे कलराज मिश्र ने ही अपना संबोधन दिया। कृष्णपाल गुर्जर समर्थक बता रहे हैं दयानंद बैंदा के समर्थक
विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं को कृष्णपाल गुर्जर समर्थक पूर्व सांसद स्वर्गीय रामचंद्र बैंदा के पुत्र दयानंद बैंदा के समर्थक बता रहे हैं। दयानंद बैंदा भी फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे हैं। हंगामा शांत करने के लिए जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा ने दयानंद बैंदा को मंच पर भी आमंत्रित किया था। हालांकि सवाल यह भी उठता है कि राज्य में भाजपा की पहली विजय संकल्प सभा में यदि दयानंद बैंदा के समर्थक नहीं आते तो फिर पूरा पांडाल भी नहीं भरता। क्योंकि ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने कृष्णपाल गुर्जर का विरोध किया था। जबकि इस सभा के आयोजन में पृथला क्षेत्र के नेता नयनपाल रावत, सुरेंद्र तेवतिया, सुखबीर मलेरना, सोहनपाल छोकर, बिजेंद्र नेहरा ने अहम भूमिका निभाई थी।