नवजात के लिए खतरनाक साबित हो सकता है गर्भवती का अस्थमा पीड़ित होना
बरसात में अस्थमा से पीड़ित रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अगर समय रहते सावधानी बरती जाए और अपनी जीवनशैली पर पूरा ध्यान दिया जाए तो प्रदूषण की वजह से होने वाली इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है। क्यूआरजी हेल्थ सिटी अस्पताल की ओर से आयोजित स्वास्थ्य चर्चा में श्वास एवं छाती रोग विभाग विशेषज्ञ डॉ. कमल गेरा ने अस्थमा से बचाव को महत्वपूर्ण जानकारी दी।
जासं, फरीदाबाद: बरसात में अस्थमा से पीड़ित रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अगर समय रहते सावधानी बरती जाए और अपनी जीवनशैली पर पूरा ध्यान दिया जाए तो प्रदूषण की वजह से होने वाली इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है। क्यूआरजी हेल्थ सिटी अस्पताल की ओर से आयोजित स्वास्थ्य चर्चा में श्वास एवं छाती रोग विभाग विशेषज्ञ डॉ. कमल गेरा ने अस्थमा से बचाव को महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था में महिलाएं खास ध्यान दें। अस्थमा के कारण ही कई बार नवजात कम वजन के साथ पैदा होता है। गर्भवती महिला का कई बार अस्थमा से पीड़ित होना नवजात के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ चिकित्सक के संपर्क में रहना जरूरी है। बरसात में अस्थमा के पुराने रोगियों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए, क्योंकि इस मौसम में उनकी सांस की नलियां सिकुड़ने का खतरा बढ़ जाता है। अस्थमा तब तक ही नियंत्रण में रहता है, जब तक मरीज जरूरी सावधानियां बरत रहा है। बुजुर्गों को खास ध्यान देने की जरूरत है।