951 करोड़ रुपये कम आया जीएसटी
कोरोना काल में लाकडाउन का सीधा असर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर भी पड़ा है।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद : कोरोना काल में लाकडाउन का सीधा असर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के रूप में विभाग को मिल रही राशि पर भी पड़ा है। विभाग के टैक्स के रूप में भी आने वाली रकम के आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक पिछले साल के मुकाबले इस साल 951.23 करोड़ रुपये कम जीएसटी प्राप्त हुआ है। हालांकि अप्रैल से अक्टूबर तक हर महीने जीएसटी प्राप्त होने की दर बढ़ रही है लेकिन पिछले साल के मुकाबले अभी भी अंतर बहुत अधिक है। अब विभाग के अधिकारी कारोबारियों को टैक्स भरने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, ताकि रिकवरी पूरी हो सके। बता दें जिले में करीब 50 हजार जीएसटी डीलर हैं जिन्हें हर महीने जीएसटी भरना होता है। हर महीने पकड़ी रफ्तार
मार्च में लाकडाउन के बाद कारोबार बंद हो गया था। इसलिए अप्रैल में जीएसटी सबसे कम 31.72 करोड़ आया, जबकि पिछले साल इसी महीने में जीएसटी के रूप में विभाग को 309 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे। इसके बाद धीरे-धीरे हर महीने जीएसटी का कलेक्शन बढ़ता चला गया। अक्टूबर में 241 करोड़ रुपये जीएसटी आया है। इसी महीने पिछले साल जीएसटी कलेक्शन 295 करोड़ था। इसलिए विभागीय अधिकारी उम्मीद लगा रहे हैं कि जल्द जीएसटी रिकवरी पूरा आने लगेगा। बढ़ रहा आत्मविश्वास
नेहरू ग्राउंड के स्टील कारोबारी संदीप सिघल बताते हैं कि कोरोना से सभी वर्ग के लोगों को नुकसान हुआ है, लेकिन अब उबर रहे हैं। कारोबारी फिर नये उत्साह के साथ कारोबार में जुट गए हैं। केंद्र व राज्य सरकार ने भी इस मुसीबत की घड़ी में कारोबारियों के लिए अच्छी स्कीम शुरू की हैं जिनका लाभ मिलना शुरू हो गया है। कारोबारी अजय गुप्ता ने बताया कि जब कारोबार गति पकड़ेगा तो व्यापारी जीएसटी भरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। 2019 में जीएसटी 2020 में जीएसटी
अप्रैल 309.62 31.72
मई 297.02 132.19
जून 292.04 136.29
जुलाई 312.12 166.02
अगस्त 327.26 216.97
सितंबर 277.47 235.35
अक्टूबर 295.93 241.68
कुल : 2111.45 1160.22 कोरोना में लाकडाउन के दौरान कारोबारी गतिविधियां बंद थी। इसका सीधा असर जीएसटी पर निश्चित रूप से पड़ना ही था। सुखद संकेत यह है कि अब जीएसटी की कलेक्शन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। दो से तीन महीने में पूरा जीएसटी आने लगेगा।
-रविद्र सिंह, उपआबकारी एवं कराधान आयुक्त।