Move to Jagran APP

अब ऑफलाइन भी रिटर्न भर सकेंगे कारोबारी

जिले में हजारों जीएसटी डीलरों के लिए राहत भरी खबर है। अब डीलरों को ऑनलाइन से पहले ऑफलाइन रिटर्न भरने का भी विकल्प दिया जाएगा। ताकि कोई गलती न रहे। नई व्यवस्था एक अप्रैल से शुरू होगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 08:22 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 06:16 AM (IST)
अब ऑफलाइन भी रिटर्न भर सकेंगे कारोबारी
अब ऑफलाइन भी रिटर्न भर सकेंगे कारोबारी

प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद : जिले में हजारों जीएसटी डीलरों के लिए राहत भरी खबर है। अब डीलरों को ऑनलाइन से पहले ऑफलाइन रिटर्न भरने का भी विकल्प दिया जाएगा, ताकि कोई गलती न रहे। नई व्यवस्था एक अप्रैल से शुरू होगी। अभी सॉफ्टवेयर का ट्रायल चल रहा है। ट्रायल के दौरान जो दिक्कतें सामने आएंगी, उन्हें भी दूर किया जाएगा। इस बाबत जीएसटी विभाग (माल एवं सेवा कर) ने डीलरों से सुझाव भी मांगे हैं, ताकि उन्हें मुख्यालय भेजा जा सके। फिलहाल आती हैं दिक्कतें

loksabha election banner

जिले में 50 हजार से अधिक जीएसटी डीलर हैं। सभी को हर महीने रिटर्न भरना होता है। अधिकतर डीलर अंतिम तिथि पर रिटर्न भरते हैं जिससे जीएसटी विभाग का सॉफ्टवेयर ओवरलोड हो जाता है। जीएसटी विभाग का देशभर में एक ही सॉफ्टवेयर होने की वजह से इसका सर्वर डाउन हो जाता है। कई-कई दिन तक भी रिटर्न नहीं भरा जाता। क्योंकि रिटर्न ऑनलाइन भरा जाता है, इसलिए गलती भी हो जाती हैं। कई बार नेट बंद हो जाए या लाइट जाने से पहले फाइल सेव नहीं कर पाए तो दोबारा रिटर्न भरना पड़ता है। इसलिए अब विभाग डीलरों की सहूलियत के लिए ऑफलाइन व्यवस्था लाया है। मतलब डीलर पहले ऑफलाइन रिटर्न भरेंगे, अच्छी तरह चेक करेंगे, इसके बाद इस फाइल को ऑनलाइन सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर देंगे। विभाग का यह सराहनीय कदम है। फिलहाल काफी दिक्कतें आती हैं। सर्वर भी ठीक प्रकार से काम नहीं करता। अभी व्यवस्था में और सुधार करने की जरूरत है। हम चाहते हैं कि ऐसी सरल प्रक्रिया हो जिसमें रिटर्न भरते समय सलाहकारों की जरूरत बिल्कुल समाप्त हो जाए। फिलहाल ऐसी जटिल प्रक्रिया है कि हर एक डीलर नहीं कर पाता। इसलिए कर्मचारियों या सलाहकारों पर निर्भर रहना पड़ता है।

-संदीप सिघल, कारोबारी। ऑनलाइन से पहले ऑफलाइन रिटर्न भरना बढि़या विकल्प साबित होगा। इसका सबसे अधिक फायदा छोटे डीलरों को होगा। अधिकतर डीलर अंतिम तिथि पर ही रिटर्न भरते हैं, जिससे गलतियां हो जाती हैं और काफी देर भी लगती है।

-संदीप सेठी, प्रधान, टैक्स बार एसोसिएशन। डीलरों की सहूलियत के लिए नई व्यवस्था एक अप्रैल से लागू की जाएगी। फिलहाल ऑफलाइन व्यवस्था से काम करने का ट्रायल चल रहा है। ट्रायल के दौरान देखेंगे कि क्या दिक्कतें रह गई हैं, उन्हें भी दूर किया जाएगा। डीलर अपने सुझाव व दिक्कतें हमें जरूर बताएं।

-रविद्र सिंह, उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त (कराधान)।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.