बकरी के दूध की बढ़ी मांग, मिल रहे मुंह मांगे दाम
जिलेवासी डेंगू संक्रमण से परेशान हैं लेकिन बकरी पालकों के अछे दिन आ गए हैं।
अभिषेक शर्मा, फरीदाबाद
जिलेवासी डेंगू संक्रमण से परेशान हैं, लेकिन बकरी पालकों के अच्छे दिन आ गए हैं। डेंगू पीड़ितों के लिए बकरी का दूध गुणकारी माना जाता है। इसलिए इसकी मांग बढ़ गई है। मांग बढ़ी है, तो दाम बढ़ना स्वभाविक है। औद्योगिक जिले में बकरी का दूध 200 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक बिक रहा है। इसके अलावा कई लोग ऐसे भी हैं, जो दिन में कई बार बकरी पालकों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें दूध नहीं मिल पा रहा है। सामान्य दिनों में बकरी का दूध 50-60 रुपये प्रति लीटर मिलता है। लोगों की मानें तो बकरी के दूध में सबसे अधिक पोषक तत्व रहते हैं, जो डेंगू के खिलाफ शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू की वजह से शरीर में प्लेटलेट्स और सेलेनियम की कमी होती है। यह शरीर में सेलेनियम की कमी को दूर करते हैं। उनके अनुसार गाय के दूध में सेलेनियम होता है, लेकिन बकरी की दूध की अपेक्षा कम रहता है।
--------------
रिश्तेदार को डेंगू हैं और कई लोगों ने बताया कि बकरी का दूध पिलाने से प्लेटलेट्स बढ़ते हैं। इसके चलते दूध लेने आया हूं और 200 रुपये प्रति लीटर दूध मिल रहा है।
-शकील, जवाहर कालोनी।
--------
कई लोगों ने बताया कि बकरी के दूध में बहुत ताकत होती है और यह औषधि का काम करता है। इसके चलते बकरी पालकों को ढूंढते हुए सेक्टर-20 स्थित झुग्गी पहुंचा हूं। जिस भी कीमत पर मिलेगा, खरीदना पड़ेगा।
-लाला अमृत लाल मित्तल, सेक्टर-22।
----
निश्चित रूप से दूध प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, लेकिन यह कहना सही नहीं है कि बकरी के दूध से प्लेटलेट्स बढ़ती है। प्लेटलेट्स सामान्य प्रक्रिया है। संक्रमण का प्रभाव कम होने पर स्वत: ही बढ़ने लगती है।
-डा.सन्नी डहनवाल, स्वास्थ्य विभाग।