Move to Jagran APP

चार घंटे के अभियान के बाद पांच पिल्लों को बचाने में हुए सफल

जाको राखे साइयां मार सके ना कोई वाली कहावत सेक्टर-21सी में एक गढ्डे में गिरे पिल्लों को बचाने के लिए अभियान चलाया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 09:11 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 09:11 PM (IST)
चार घंटे के अभियान के बाद पांच 
पिल्लों को बचाने में हुए सफल
चार घंटे के अभियान के बाद पांच पिल्लों को बचाने में हुए सफल

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जाको राखे साइयां मार सके ना कोई वाली कहावत सेक्टर-21सी में गहरे गड्ढे में गिरे कुत्ते के पांच पिल्लों पर चरितार्थ हुई है। बोरवेल के साथ वाले गड्ढे में पांच पिल्ले गिर गए थे। इन्हें बचाने में सेक्टर की निवासी वृंदा शर्मा व स्वाति भाटिया ने अहम भूमिका निभाई।

loksabha election banner

सेक्टर-21सी में रहने वाली वृंदा शर्मा प्रतिदिन पार्क में सुबह की सैर करने गई थी। वह पार्क में रहने वाले कुत्तों और उनके पिल्लों को खाना दिया करती हैं। उन्हें मंगलवार को कुछ पिल्ले नहीं दिखे, तो खोजबीन शुरू की। इस दौरान उन्हें पार्क में लगे बोरवेल के साथ वाले गड्ढे में पिल्लों की आवाज सुनाई दी। उन्होंने तुरंत सेक्टर में ही रहने वाली स्वाति भाटिया को फोन इसकी जानकारी दी। स्वाति ने अपने मित्र अजय चावला से संपर्क करके किसी सफाई कर्मचारी का नंबर मांगा, तो अजय ने अग्निशमन विभाग को फोन करने के लिए कहा और उन्होंने सेक्टर-31 स्थित अग्निशमन कार्यालय को फोन किया और घटना की जानकारी दी। इस दौरान वृंदा भी अपने स्तर पर पिल्लों को बाहर निकालने का प्रयास करती रहीं। उन्होंने एक थैले में रस्सी बांधकर नीचे लटकाया और करीब दस फुट की गहराई में फंसे एक पिल्ले को बाहर निकाल लिया। बाकी चार पिल्ले 24 फुट नीचे तक गिर चुके थे। गड्ढे का आकार छोटा होने की वजह से पिल्लों को बाहर निकालने में मुश्किल हो रही थी। इस दौरान अग्निशमन विभाग की ओर से लायकराम, जोंगेंद्र भडाना, धर्मवीर सिंह, कनेश कुमार और नगर निगम से महिपाल मौके पर पहुंच चुके थे। उन्होंने एक निजी अर्थमूवर वाले को संपर्क करके बुलाया। इसके बाद पिल्लों को निकालने का अभियान शुरू हो गया। इस दौरान करीब चार घंटे लग गए थे। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने 24 फुट गहरे गड्ढे से पिल्लों को सुरक्षित निकाल लिया। सभी पिल्लों को सुरक्षित निकालने के बाद गड्ढे में मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया। पिल्ले बचने पर मैं बेहद संतोष महसूस कर रही हूं। इनको बचाने में सहयोग करने वाले अग्निशमन विभाग के स्टाफ की भी आभारी हूं, जिन्होंने समय पर पहुंच कर अभियान शुरू किया।

-स्वाति भाटिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.