काफी समय से पुलिस को चकमा दे रहा था हत्यारोपित अमित चोर
जागरण संवाददाता फरीदाबाद 20 जून को दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी हरीश कुमार की गोली मारकर हत्या का आरोपित अमित कुमार उर्फ अमित चोर को पुलिस ने दो दिन की रिमांड पर लिया है। वह काफी समय से पुलिस को चकमा दे रहा था।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : 20 जून को दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी हरीश कुमार की गोली मारकर हत्या का आरोपित अमित कुमार उर्फ अमित चोर को पुलिस ने दो दिन की रिमांड पर लिया है। वह काफी समय से पुलिस को चकमा दे रहा था। आरोपित के परिवार में कोई नहीं है। उसका कोई स्थाई ठिकाना भी नहीं है। मोबाइल भी पास नहीं रखता। नशे का आदी है और खा-पीकर कहीं भी पड़ जाता है। यही वजह है कि उस तक पहुंचने में पुलिस को इतना अधिक समय लग गया।
अब भी पुलिस को उसके बल्लभगढ़ में रेल की पटरी पर मौजूद की सूचना मिली थी। ऊंचा गांव पुलिस ने उसकी घेराबंदी कर दी। जिस कट्टा से उसने हरीश की गोली मारकर हत्या की थी, वह अब भी उसके पास मौजूद था। उसी से उसने पुलिस टीम पर भी गोली चलाई। पुलिस ने उसका पीछा शुरू किया, तो रेल पटरी में उलझकर वह गिर गया, जिससे उसके पैर में चोट लगी। वह भागने में असमर्थ हो गया। इस पर पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस वारदात से पहले उस पर हत्या का प्रयास, चोरी, लूट व झपटमारी के 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित बल्लभगढ़ क्षेत्र में सक्रिय था। घरों में घुसकर चोरी करने में माहिर है। पहले भी कई बार जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद फिर से वारदातें करने लगता था। उसकी हरकतों से पुलिस के साथ नागरिक भी परेशान थे। उसकी गिरफ्तारी से बल्लभगढ़ के निवासियों ने चैन की सांस ली है।
दरअसल, दिल्ली जलबोर्ड में बतौर इंस्पेक्टर कार्यरत आदर्श नगर बल्लभगढ़ निवासी हरीश कुमार 20 जून को घर पर थे। देर रात अमित कुमार व उसके साथी तेज आवाज में संगीत बजाकर पार्टी कर रहे थे। हरीश कुमार ने घर से बाहर आकर उन्हें संगीत की आवाज कम करने के लिए कहा था। यही उन्हें नागवार गुजरा। अमित कुमार ने जेब से कट्टा निकालकर हरीश कुमार को गोली मार दी। कुछ दिन बाद उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वर्जन..
आरोपित बेहद शातिर है। इस बार भी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण के लिए कहा था, मगर वह पुलिस पर फायरिग कर भागने लगा। बड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़ा जा सका।
-एसीपी धारणा यादव, पीआरओ पुलिस