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22 करोड़ लॉटरी घोटाले में पुलिस को अहम कामयाबी

जासं फरीदाबाद लॉटरी कंपनी बनाकर हुए 22 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में पुलिस को अहम कामयाबी मिली है। पुलिस की आर्थिक अपराध जांच शाखा ने इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की। माना जा रहा है कि हिरासत में लिया गया युवक घोटाले की अहम कड़ी है पुलिस उससे पूछताछ कर बाकी साथियों को भी गिरफ्तार करेगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 07:17 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 07:17 PM (IST)
22 करोड़ लॉटरी घोटाले में पुलिस को अहम कामयाबी
22 करोड़ लॉटरी घोटाले में पुलिस को अहम कामयाबी

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : लॉटरी कंपनी बनाकर हुए 22 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में पुलिस को अहम कामयाबी मिली है। पुलिस की आर्थिक अपराध जांच शाखा ने इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की।

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माना जा रहा है कि हिरासत में लिया गया युवक घोटाले की अहम कड़ी है, पुलिस उससे पूछताछ कर बाकी साथियों को भी गिरफ्तार करेगी। पुलिस पकड़े गए युवक के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। करीब दो साल पहले दर्ज हुए इस मामले में अब जाकर पुलिस ने किसी को हिरासत में लिया है, इससे घोटाले का शिकार हुए लोगों को भी उम्मीद जगी है।

बता दें कि कोतवाली थाने में 12 दिसंबर 2017 को दर्ज मामले के अनुसार गांव जाजरू के शेखर, कौराली के दीपक, सुनपेड़ के विजय और लहडौली के राजेंद्र मामले ने बताया कि गांव जटौली पलवल निवासी भीष्म चौहान, न्यू कॉलोनी पलवल निवासी विशाल बेनिवाल और खड़क सिंह, ओमैक्स हाइट्स पलवल निवासी तरुण चौहान और गांव मोहना बल्लभगढ़ के सुरेंद्र अत्री ने हैलो डिस्ट्रिब्यूशन प्रा.लि.नाम से एक कंपनी बनाई थी। इनाम का लालच देकर करीब 21 हजार सदस्य बनाए गए। उनसे हर महीने एक-एक हजार रुपये की किस्तें ली और आखिर में आरोपित सारा पैसा समेटकर फरार हो गए थे।

इस मामले में 6 दिसंबर को गांव प्याला निवासी रोहित आत्महत्या कर चुका है। उसने भी अपने कुछ जानकारों के करीब आठ लाख रुपये इस लॉटरी कंपनी में लगवा दिए थे। जांच में पुलिस ने पाया है कि यह करीब 22 करोड़ का घोटाला है। करीब 21 हजार लोग इससे जुड़े थे। इस मामले में आठ महीने में सात बार जांच एजेंसी बदलने के बाद पुलिस आयुक्त ने 4 सितंबर को एसआइटी गठित की थी।


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