नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की..
जिला प्रशासन की ओर से अनुमति मिलने के बाद बुधवार को मंदिरों में धूमधाम से मनाई गई।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जिला प्रशासन की ओर से अनुमति मिलने के बाद बुधवार को मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। शहर के कई मंदिरों को फूलों तथा गुब्बारों से सजाया गया था। मंदिर के द्वार सुबह 6 बजे खुल गए थे। पुजारियों ने विशेष पूजा-अर्चना की। सब जगह कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया गया। भगवान के जन्म लेने के बाद जमकर बधाई गीत गाए गए।
एक नंबर बी ब्लाक श्री हनुमान मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण तथा जन्मोत्सव पर तैयार किए गए केक की झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। मंदिर के प्रधान सुनील कुमार की मौजूदगी में सदस्यों ने पूजा की। सुनील कुमार ने बताया कि अगर कुछ दिन पहले जन्माष्टमी मनाने की अनुमति मिल जाती, तो और अधिक झांकियों का इंतजाम कर पाते। कई मंदिर तो खुले, लेकिन पिछले वर्षों की तरह रौनक नहीं थी। मंदिरों में हर वर्ष झांकियों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। इस बार अधिकांश मंदिरों में झांकियों का इंतजाम नहीं था। इस्कान मंदिर में डिजिटल जन्माष्टमी
सेक्टर-37 स्थित इस्कान मंदिर में मंगला आरती का सीधा प्रसारण सुबह 4:30 बजे किया गया। इसके बाद आरती की गई। इसके बाद कृष्णोत्सव में बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लिया। कृष्ण कथा का भी प्रसारण किया गया। मंदिर में पूरे दिन भव्य कीर्तन चलता रहा, लेकिन आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश की अनुमति नहीं थी। इस्कान मंदिर फरीदाबाद के यू-ट्यूब चैनल और श्री श्री राधा गोविद फेसबुक पर डिजिटल रूप से कार्यक्रम प्रसारित किया गया। हनुमान मंदिर में सजाई गई झांकियां
मार्केट नंबर एक स्थित हनुमान मंदिर में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। राधा-कृष्ण की झांकियों ने मन मोह लिया। दोपहर तक तो मंदिर में रौनक नहीं थी, लेकिन शाम को मंदिर में रौनक बढ़ गई थी। प्रधान राजेश भाटिया ने बताया कि उनके यहां हर वर्ष जन्माष्टमी पर झांकियां तैयार की जाती हैं। इसलिए इस बार जैसे ही उन्हें जिला प्रशासन की ओर से मंदिर खोले जाने की अनुमति मिलने की जानकारी मिली, उन्होंने धूमधाम से जन्माष्टमी मनाने की तैयारी कर ली। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन किया। केदारनाथ मंदिर में भी रही धूमधाम
बल्लभगढ़ में केदारनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को मास्क पहन कर ही प्रवेश करने दिया गया। पंडित किशोरी लाल ने बताया कि पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाज किया गया। मंदिर में कृष्णजी का झूला सजाया गया था। श्रद्धालुओं न आकर पूजा-अर्चना की। श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर
तिकोना पार्क स्थित श्री महारानी वैषणव देवी मंदिर में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं किया गया। प्रधान जगदीश भाटिया की मौजूदगी में पूजा-अर्चना की गई। मंदिर के भीतर ही कृष्णजी के झूले की व्यवस्था की गई थी। पिछले वर्षों में मंदिर के बाहर झूला लगाया जाता था और विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। जगदीश भाटिया ने बताया कि कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए एहतियात बरती गई है। श्री राम मंदिर में धूमधाम से मना कृष्ण जन्मोत्सव
एनआइटी एयरफोर्स रोड स्थित श्री राम मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। मंदिर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। राधा-कृष्ण, सुदामा तथा भगवान भोले की झांकियां बेहद आकर्षित रहीं। कार्यक्रम में एनआइटी के विधायक नीरज शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सेवादारों ने श्रद्धालुओं के हाथ सैनिटाइज किए। श्री सिद्धपीठ महाकाली मंदिर
एनआइटी बस अड्डा के पास स्थित श्री सिद्धपीठ महाकाली मंदिर में कृष्ण जनमाष्टमी का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने लड्डू गोपाल को भोग लगाया। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मंदिर में जन्माष्टमी मनाई गई। श्री बांके बिहारी मंदिर
पांच नंबर स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनी। श्रद्धालुओं ने मंदिर में विशेष रूप से तैयार कृष्ण जी के झूले को झुलाया। प्रधान ललित गोस्वामी ने बताया कि कोरोना संकट के चलते उन्होंने बड़े स्तर पर कोई आयोजन नहीं किया। श्री नीलकंठ महादेव मंदिर
सेक्टर-आठ स्थित श्री नीलकंठ महादेव मंदिर को गुब्बारे और फूलों से सजाया गया था। श्रद्धालुओं को बारी-बारी से आने दिया जा रहा था, ताकि शारीरिक दूरी का पालन हो सके। मंदिर के अध्यक्ष अमर बंसल, पंडित इंद्रदत्त पाराशर लोगों को जागरूक करते नजर आए। भारत विकास परिषद के सुरेंद्र जग्गा कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजदू रहे। इनके अलावा सेक्टर-22 श्री वैष्णो देवी मंदिर, एक नंबर जे ब्लाक स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, सेक्टर-16 के क स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर तथा हनुमान मंदिर जेड पार्क में भी जन्माष्टमी मनाई गई। घरों में भी रही जन्माष्टमी की धूम
बहुत से लोग कोरोना संकट के चलते मंदिरों में नहीं गए, तो उन्होंने घरों में ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई। कृष्ण दरबार स्थापित करके पूजा की। लड्डू गोपाल को झूले में सजाया गया। जन्माष्टमी पर बहुत से श्रद्धालुओं ने व्रत भी रखा।