फिल्म अकाल बोधन ने जीता पहला पुरस्कार
मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ रिसर्च एंड स्टडीज के फैकल्टी आफ मीडिया स्टडीज के डिपार्टमेंट आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन की ओर से मोंटाज 2021 का आनलाइन नेशनल फिल्म फेस्टिवल और सिनेमा एवं टीवी पर कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ रिसर्च एंड स्टडीज के फैकल्टी आफ मीडिया स्टडीज के डिपार्टमेंट आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन की ओर से मोंटाज 2021 का आनलाइन नेशनल फिल्म फेस्टिवल और सिनेमा एवं टीवी पर कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में देश भर की 15 यूनिवर्सिटी से करीब 100 लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में एमआरआइआइआरएस के वीसी डा. संजय श्रीवास्तव ने कहा, इस तरह के कार्यक्रमों से छात्रों को नया सीखने और करने को मिलता है। कार्यक्रम में शामिल माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. केजी सुरेश ने फिल्मों की जरूरत और कैसे टीवी सीरियल घरों का हिस्सा बने, इस पर छात्रों से अपने विचार साझा किए। डा. अनामिका मैमोरियल ट्रस्ट के मैनेजिग ट्रस्टी डा. अंकुरन दत्ता ने फिल्मों में शोध और फिल्म अध्ययन के लिए एक स्वतंत्र संस्थान की आवश्यकता पर अपने विचार बांटे। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की प्रो. डा. अपर्णा ने अपने विचार साझा किए।
नेशनल फिल्म फेस्टिवल में पहला पुरस्कार फिल्म अकाल बोधन, जेवियर्स स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन, भुवनेश्वर को मिला।
दूसरा पुरस्कार फिल्म चांदनी चौक, कल, आज और कल, एमआरआइआइआरएस को मिला।
तीसरा पुरस्कार फिल्म किकिग असाइड जेंडर नार्म्स, प्लान इंडिया एनजीओ और फिल्म कोथाई, सीकाम स्किल्स यूनिवर्सिटी, शांतिनिकेतन, वेस्ट बंगाल को मिला।
बेस्ट फिल्म (क्रिटिक)जेवियर्स स्कूल आफ कम्यूनिकेशन, भुवनेश्वर को मिला।
इस दौरान सोशल मीडिया पर फ्रीडम आफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन जैसे विभिन्न विषयों पर 15 पेपर प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में पीआरफारयू के निदेशक सुरेश गौर, आइडीपीए के अध्यक्ष प्रो. आदित्य सेठ, निफ्ट की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शिखा शर्मा, एसएनडीटी यूनिवर्सिटी के रोहित पंवार, फैकल्टी आफ मीडिया स्टडीज एंड ह्यूमैनिटीज की डीन प्रो. मैथिली गंजू, एचओडी अमन वत्स समेत फैकल्टी सदस्य और छात्र मौजूद रहे।