बैलगाड़ी में बैठ सुनने गया था पंडित नेहरू का भाषण
हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों और आयोग की तैयारी जोर-शोर से चल रही हैं। पहले लोकसभा चुनाव में मोदीनगर के गांव सीकरी
हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों और आयोग की तैयारी जोर-शोर से चल रही हैं। जिले में ऐसे बहुत से बुजुर्ग हैं, जिन्हें देश की आजादी के बाद पहली लोकसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में वोट डालने का सौभाग्य हासिल है। ऐसी ही शख्सियत हैं बल्लभगढ़ की चावाला कॉलोनी निवासी 90 वर्षीय केजी गोस्वामी। दैनिक जागरण केजी गोस्वामी यानी कृष्णगोपाल गोस्वामी के स्वस्थ जीवन व लंबी उम्र की कामना करता है। पहले लोकसभा चुनाव 1952 में मोदीनगर के गांव सीकरी से मुरादनगर के मतदान केंद्र पर वोट देने के लिए गए थे। पहली बार वोट दे रहे थे, इसलिए एक उत्सुकता और उत्साह था। चुनाव प्रचार में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को सुनने का मौका भी मिला। गांव से बैलगाड़ियों में बैठ कर पंडित नेहरू की मोदीनगर में आयोजित रैली में पहुंचे थे। बैलगाड़ियों में घरों की महिलाएं भी साथ थीं। महिला जैसे त्योहार और शादी-समारोह लोकगीत गाते हैं, ऐसे लोकगीत गाती हुई बैलगाड़ियों में बैठ कर निकली थी। दिन का खाना साथ लेकर गए थे। देश को आजाद हुए सिर्फ पांच वर्ष हुए थे। पंडित नेहरू ने अपने भाषण में कहा कि था कि कुर्बानी अब सफल हो गई है। नेहरू के ये शब्द अभी भी मेरे कानों में गूंजते हैं। तब टेलीविजन नहीं थे, सिर्फ रेडियो था। पूरे गांव में एक रेडियो हमारे पास था। रेडियो पर चुनाव की खबर सुनने के लिए लोग एकत्रित होते थे। गांव में बड़ी उम्र के पांच-छह लोग थे, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में वोट देने का फैसला लिया। तब दो ही पार्टी होती थी कांग्रेस और जनसंघ। 1959 में परिवार के साथ फरीदाबाद आ गए। यहां पर हर बार वोट अवश्य देते हैं। वोट देने के लिए सुबह से उत्साह होता है। दूसरे लोगों से भी वोट देने के लिए अवश्य कहते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वोट दें और लोकतंत्र मजबूत हो। देश के हर नागरिक को अपना वोट डालना चाहिए। मैं एक बार फिर मतदान के दिन का इंतजार बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।