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स्मॉग की परत छाई, सांस लेने में हो रही परेशानी

शहर में स्मॉग की परत छाने लगी है। जगह-जगह पर कूड़ा जलाया जा रहा है। दूसरे शहरों में चावल की पराली जलाने से स्मॉग शहर में आ गया है। अब

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 06:59 PM (IST)
स्मॉग की परत छाई, सांस 
लेने में हो रही परेशानी
स्मॉग की परत छाई, सांस लेने में हो रही परेशानी

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : शहर में स्मॉग की परत छाने लगी है। जगह-जगह पर कूड़ा जलाया जा रहा है। दूसरे शहरों में धान की पराली जलाने से स्मॉग शहर में आ गया है। अब लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। अस्पताल में जुकाम, खांसी, बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।

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अब धान की कटाई और गेहूं की बुवाई का समय चल रहा है। ऐसे में किसान अकसर पराली जलाते हैं। हालांकि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ.आत्माराम गोदारा दावा करते हैं कि फरीदाबाद शहर में अभी तक एक भी किसान ने पराली नहीं जलाई है। दूसरे जिलों में पराली जलाई जा रही है। अब मौसम ठंडा होने वाला है और हवा चलेगी, जिससे दूसरे शहरों का स्मॉग शहर में आएगा। नगर निगम के कर्मचारी भी पूरी तरह से कूड़ा नहीं उठाते हैं। शहर में कई जगह पर खाली प्लॉटों, सड़कों के किनारे कूड़ा पड़ा रहता है। लोग कूड़े में अकसर आग लगा देते हैं। आग से कूड़ा जलने के कारण धुआं निकलता रहता है। ये धुआं स्मॉग की परत को और बढ़ा देता है, जिससे लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। लोगों को स्मॉग की परत को ध्यान में रखते हुए कूड़े में आग नहीं लगानी चाहिए। आग लगाने से धुआं पैदा होता है और लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है।

-धर्मवीर स्मॉग से बढ़ते हुए प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए लोगों को अपने घरों के बाहर पानी का छिड़काव करना चाहिए। पेड़ों की पत्तियों को साफ करना चाहिए।

-रवि रावत दीपावली के मौके पर अकसर स्मॉग हो जाता है। ठीक ये ऐसा ही स्मॉग है। स्मॉग से अस्पताल में सांस, अस्थमा, एलर्जी संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या पहले के मुकाबले 40 फीसद बढ़ गई है। लोग बाहर निकले तो मुंह पर कपड़ा ढक कर रखें।

-डॉ.मान ¨सह, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, बल्लभगढ़ सामान्य अस्पताल।


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