आंधी से ग्रामीण क्षेत्र की बिजली रही गुल
शुक्रवार शाम आई आंधी से ग्रामीण क्षेत्र में बिजली के तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। पूरी रात कई फीडर बंद रहे। इसके चलते गांवों में पेयजल आपूर्ति भी नहीं हो पाई।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : शुक्रवार शाम आई आंधी से ग्रामीण क्षेत्र में बिजली के तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। पूरी रात कई फीडर बंद रहे। इसके चलते गांवों में पेयजल आपूर्ति भी नहीं हो पाई। मच्छरों से परेशान ग्रामीणों ने पूरी रात चेन से सो नहीं सके।
आंधी शाम छह बजे जैसे ही शुरू हुई, कई गांवों में बिजली तार नीचे लटके होने के कारण आपस में टकराने से फ्यूज उड़ गए। कई जगह पर लाइन के ऊपर पेड़ टूट कर गिर गए। इसलिए शनिवार शाम तक बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई। ग्रामीण क्षेत्र के बदरौला, अरुआ, सागरपुर फीडर की बिजली आपूर्ति ठप रही। शनिवार को बिजली विभाग के कर्मचारी आंधी से टूटे पेड़ों और बिजली की लाइनों को ठीक करने में जुटे रहे। ऐसी ही स्थिति शहरी क्षेत्र में भी कई जगह पर बनी रही। महावीर कालोनी में भी पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाई। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बिजली की समस्या को लेकर विभाग के उपमंडल अधिकारी और पावर हाउस के अधिकारियों से रिपोर्ट ली और उन्होंने जल्द से जल्द बिजली की लाइनों को दुरुस्त करके पेयजल आपूर्ति कराने के निर्देश दिए।
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गर्मी के मौसम में हर वर्ष आंधी और बारिश होती है। पूरे वर्ष कर्मचारी मरम्मत के नाम पर बिजली कटौती करते रहते हैं। इसके बावजूद फिर लाइन की तार और खंभे टूट जाते हैं। पेड़ टूट जाते हैं।
--सत्यप्रकाश
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बिजली कर्मचारी अपने काम के प्रति गंभीर नहीं है। वे दिन में लोगों की शिकायतों पर भी बहुत कम काम करते हैं। जबकि पहले कर्मचारी लाइनों की तारों के बीच में लकड़ी की फट्टी लगाते थे, ताकि तार न टकराएं।
--दिनेश कुमार
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मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है। यदि कहीं सप्लाई बाधित रही है तो वहां बिजली के तार को दुरुस्त करा दिया जाएगा।
-- नरवीर सिंह दलाल, कार्यकारी अभियंता, बल्लभगढ़