प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने होली गीतों से झुमाया
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की शुक्रवार की शाम भोज
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की शुक्रवार की शाम भोजपुरी और अवधी संस्कृति के नाम रही। मुख्य चौपाल पर आयोजित काय्रक्रम में प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने विभिन्न सांस्कृतिक रंग बिखेरे। सतरंगी रोशनी के चारों ओर से बिखरने पर नाट्यशाला का माहौल भी मदमस्त हो गया था और इसे खूबसूरत मस्ती भरे माहौल को जब मालिनी अवस्थी ने सुरमई किया, तो शिक्षा तथा पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन के कदम तो थिरके ही, साथ में दर्शक भी अपने आपको नहीं रोक पाए और मंच पर पहुंच कर मालिनी संग ठुमके लगाए।
मालिनी अवस्थी ने भक्तिरस से परिपूर्ण गीतों की प्रस्तुति दी, तो होली गीतों से भी समां बांधा। मस्ती भरे माहौल में मालिनी ने जब मिथिला में आई बहार, सासु पनिया को कैसे जाऊं गीत प्रस्तुत किया तो श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल को खूबसूरत बना दिया। कई श्रोता तो मंच पर आकर ही उनके साथ झूमने लगे। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बुजुर्ग थे। 'बन्नो रानी के बंगले में चोरी भई' सुनाया तो भगवान कृष्ण को समर्पित सोला हजार सखी सोला हजार तथा अमीर खुसरो की रचना से भी मालिनी ने मेले की शाम को हसीन कर दिया। मालिनी कई बार मंच से नीचे भी उतरीं और मुख्य अतिथि व अन्य विशिष्ट अतिथियों के समक्ष अपनी भाव-भंगिमाओं के साथ माहौल को मदमस्त किया। अतिथियों ने तालियों के साथ मालिनी का साथ दिया।
मुख्य अतिथि राम बिलास शर्मा ने इस मौके पर कहा कि लोक गायन जैसी कला से हमारी देश-विदेश में पहचान बनी हुई है। उन्होंने मालिनी अवस्थी की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय लोक कला को जीवंत रखने में अहम योगदान दिया है।